Saturday 5 January 2013

साफ़-सफ़ाई

साफ़-सफ़ाई
जब आप किसी को किस करते या चूमते हैं या सेक्स करते हैं तो बेहतर होगा की आप साफ़ सुथरे  हों और आपके पास से दुर्गंध न आ रही हो। आप अपने दाँत रोज़ ब्रुश करें, रोज़ नहाएँ एवं साफ़ सुथरे कपड़े पहने।

हर व्यक्ति में एक प्राकृतिक गंध होती है और यह प्यार एवं सेक्स में अत्यन्त महत्वपूर्ण होती है। अक्सर आपको को अमुक व्यक्ति ज़्यादा आकर्षक इसलिए लगते है क्योंकि आपको उनके शरीर की गंध अच्छी लगती है। अतः किसी को भी अपनी प्राकृतिक गंध को ढकने या छुपाने की ज़रुरत नहीं होती। आपके साथी को यह पसंद हो सकती है!
यह सुनने में आश्चर्यजनक लग सकता है की हर व्यक्ति में ऐसी गंध होती है जो उनके साथी को आकर्षित करने के लिए ही बनी होती है। क्या आप जानते हैं यह फेरोमोन्स नामक रासायनिक संकेत होते हैं। आपको यह पता नहीं होता की वे इसे महसूस कर सकते हैं पर फिर भी यह इस बात को प्रभावित करते हैं की वे अमुक व्यक्ति को पसंद करते हैं या नहीं।

पसीना आना
किशोरावस्था में पसीना आने की ज्यादा संभावनाएं होती हैं, विशेषकर बगलों में, यानी बाहों के नीचे। इसका अर्थ यह है की किसी भी व्यक्ति को पसीना आ सकता है जो की दुर्गंधित हो सकता है। यह पूरी तरह सामान्य है - बस, रोज़ सफ़ाई रखना और साफ़-सुथरे कपड़े पहनना बहुत ज़रुरी है।

मुहांसे
हार्मोन्स की वजह से, ऊपरी तह या त्वचा ज़्यादा तेल उत्पन्न करती है। इसकी वजह से त्वचा पर दाग या मुहांसे आ सकते हैं। यदि आप को मुहांसे निकल आएं तो आप त्वचा को कम चिपचिपा करने के लिए कोई शोधक या क्लेंज़र का उपयोग कर सकतीं हैं। साधारण साबुन का इस्तेमाल त्वचा को रुखा बना सकता है जिससे त्वचा और ज्यादा चिपचिपी हो जाती है और इससे मुहांसे निकल सकते हैं।

योनि स्राव
ज़्यादातर लड़कियों को योनि(वजाइना) से पीलापन लिए हुए एक सफेद द्रव्य या पानी का स्राव होता है। यह द्रव्य योनि से तब निकलता है जब आपका मासिक धर्म नहीं हो रहा हो। यह पूरी तरह सामान्य है। साफ़ सूती चड्डी पहने जिससे योनि तक हवा पहुँच सके।
साफ़ करें पर साबुन से नहीं
टागों के बीच एवं बाहरी होंठ को साबुन से धोना ठीक हो सकता है पर बाहरी और भीतरी होंठ (लेबिया) के बीच या योनि के अन्दर साबुन का इस्तेमाल गलत हो सकता है।
साबुन योनि में जीवाणु के प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ सकता है जिससे फफूंद (फ़ंगल) संक्रमण होने की संभावना बढ़ सकती है। इससे खुजली और जलन हो सकती है या संभोग के दौरान दर्द भी हो सकता है। पर यदि आप योनि को साबुन से धोना चाहें तो किसी सौम्य साबुन का उपयोग कर सकती हैं ना की किसी तेज़ खुशबू वाले साबुन या पदार्थों से।


क्या आप की योनि से गंध आती है?
योनि में एक विशिष्ट प्रकार की गंध होना सामान्य है। अक्सर डिम्ब उत्सर्जन (ओव्यूलेशन) के समय की तुलना में मासिक धर्म से ठीक पहले अलग गंध हो सकती है। इस गंध को हटाने के लिए साबुन, डूष या किसी सुगंधित वस्तु का इस्तेमाल न करें। इससे योनि में जलन हो सकती है और गंध तीव्र हो सकती है।


वल्वा को पानी से धोएँ और सूती चड्डी पहने। कृत्रिम पदार्थ जैसे पॉलीस्टर से बनी चड्डी पहनने से ज़्यादा पसीना आ सकता है और आपको योनि में जलन हो सकती है। इससे स्राव की मात्रा बढ़ सकती है और योनि से गंध आ सकती है।
सैनिटरी पैड एवं टैम्पॉन
अपने पैड हर कुछ घण्टों बाद नियमित रुप से बदलें। टैम्पॉन को भी मासिक रक्तस्राव की मात्रा के अनुसार हर 4 से 8 घण्टे के बाद बदलते रहना चाहिए।

No comments:

Post a Comment