- नकचढ़ी बना देता है हुश्न .......माना जाता है कि गुस्से में महिलाएं खूबसूरत लगती हैं। लेकिन हाल की एक स्टडी की मानें, तो खूबसूरत महिलाएं अपनी बात मनवाने के लिए ज्यादा गुस्सा करती हैं। यानी हुस्नवालों के पास नकचढ़ी बन जाने का लाइसेंस होता है।
खूबसूरत होने का मतलब क्या कॉन्फिडेंट होना है? बेशक इस बारे में गहराई से जानना जरूरी है। यह तो हम सभी जानते हैं कि जैसा हम अपने बारे में सोचते हैं, हमारी वैसी ही इमेज दूसरों के सामने बनती है। फिर जितना कॉन्फिडेंस हमारे पास होता है, हमारे सफल होने के चांसेज भी उतने बढ़ जाते हैं। यानी कुल मिलाकर यह माइंड सेट है।
एक रिसर्च की मानें तो खूबसूरत महिलाएं ज्यादा गुस्सैल होती है। जी हां, जो महिलाएं यह जानती हैं कि वे अट्रैक्टिव हैं, वे साधारण दिखने वाली महिलाओं की तुलना में ज्यादा गुस्सा करती हैं।हालांकि ऐसा कहना सही नहीं है कि सभी खूबसूरत महिलाएं ऐसा करती हैं और ना ही इस मामले में कोई प्रतिशत बताया जा सकता है, लेकिन इस बात को यंगस्टर्स भी मानते हैं कि स्टडी में कहीं न कहीं सचाई जरूर है। और इसका अधिकतर युवाओं के पास प्रैक्टिकल एक्स्पीरियंस भी है।
सच का सामना
स्टूडेंट आदित्य सिंह कहते हैं, 'मुझे लगता है कि सुंदर लड़कियों को उनकी पसंद की हर चीज आसानी से मिल जाती है, इसलिए उन्हें हर चीज अपने अनुसार पाने की आदत-सी हो जाती है। मसलन अगर मुझे पता है कि किसी सुंदर लड़की को प्रोजेक्ट में मेरी मदद चाहिए, तो मैं खुशी-खुशी ऐसा कर दूंगा।'
लेकिन सवाल यह है कि ऐसे में इनर ब्यूटी के कॉन्सेप्ट का क्या होगा? मार्केटिंग प्रफेशनल रश्मि शाह कहती हैं, 'माना कि लुक्स सब कुछ नहीं होते, लेकिन कहीं न कहीं वे खास मायने भी रखते हैं। वैसे, लुक्स ऐवरेज होने के बावजूद आप अट्रैक्टिव लग सकती हैं। हालांकि यह भी सच है कि महिला जितनी सुंदर होगी, उसे उतना ही कम एफर्ट अपना काम निकलवाने के लिए करना होगा।'
स्टूडेंट आदित्य सिंह कहते हैं, 'मुझे लगता है कि सुंदर लड़कियों को उनकी पसंद की हर चीज आसानी से मिल जाती है, इसलिए उन्हें हर चीज अपने अनुसार पाने की आदत-सी हो जाती है। मसलन अगर मुझे पता है कि किसी सुंदर लड़की को प्रोजेक्ट में मेरी मदद चाहिए, तो मैं खुशी-खुशी ऐसा कर दूंगा।'
लेकिन सवाल यह है कि ऐसे में इनर ब्यूटी के कॉन्सेप्ट का क्या होगा? मार्केटिंग प्रफेशनल रश्मि शाह कहती हैं, 'माना कि लुक्स सब कुछ नहीं होते, लेकिन कहीं न कहीं वे खास मायने भी रखते हैं। वैसे, लुक्स ऐवरेज होने के बावजूद आप अट्रैक्टिव लग सकती हैं। हालांकि यह भी सच है कि महिला जितनी सुंदर होगी, उसे उतना ही कम एफर्ट अपना काम निकलवाने के लिए करना होगा।'
रिसर्च यह भी बताती है कि खूबसूरत महिलाओं को अपनी क्षमता से ज्यादा पाने की उम्मीद होती है। भारत और ब्राजील में किए एक अन्य सर्वे के नतीजे भी बताते हैं कि 55 प्रतिशत लोग मानते हैं कि गुड लुक्स की वजह से लोगों के हाथ काम कम आता है।
आंत्रप्रनर करुणा जैन कहती हैं, 'मैं यह नहीं कहती कि खूबसूरत महिलाएं ज्यादा गुस्से वाली होती हैं, लेकिन यह सच है कि अपना कमा निकलवाने के लिए आपको प्रेंजेंटेबल होना जरूरी है। दरअसल, यह दूसरों को अच्छे सिग्नल देता है।'
हुस्न की बात
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि सफलता की सीढ़ियां चढ़ने के लिए वेल ग्रूम्ड होना जरूरी है। दरअसल, इस तरह लोग आपकी ओर आकर्षित होते हैं और उन्हें आपको स्वीकार करने में दिक्कत नहीं होती। ऐसे में आपका गुस्सा होना भी लोग बर्दाश्त कर लेते हैं।
बहरहाल, अधिकतर लोग अभी बाहरी सुंदरता को ही खूबसूरती समझते हैं, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि ग्रूमिंग पर्सनैलिटी को निखारती है और दूसरे की अट्रैक्शन का पॉइंट बनाती है। जाहिर है, इससे कॉन्फिडेंस बढ़ता है और शायद यही गुस्से को भी बढ़ाता है।
बहरहाल, अधिकतर लोग अभी बाहरी सुंदरता को ही खूबसूरती समझते हैं, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि ग्रूमिंग पर्सनैलिटी को निखारती है और दूसरे की अट्रैक्शन का पॉइंट बनाती है। जाहिर है, इससे कॉन्फिडेंस बढ़ता है और शायद यही गुस्से को भी बढ़ाता है।
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