दूर करें सेक्स स्ट्रेस
नई दिल्ली: आज तनाव या स्ट्रेस हर व्यक्ति के जीवन में है और स्ट्रेस लेवल बढ़ने के कारण शरीर के कई ऎसे हार्मोस प्रभावित होते हैं, जिनकी वजह से सेक्स स्ट्रेस बढ जाता है। सेक्स स्ट्रेस का कोई एक कारण नहीं है। मॉडर्न लाइफस्टाइल व अनेक ऎसी परिस्थितियां इसके लिए जिम्मेदार हैं।
सेक्स स्ट्रेस के कारण1. समय का अभाव: सेक्स क्रिया के लिए समय व तनावरहित वातावरण चाहिए। आजकल की भागदौड भरी जिंदगी में लोगों के पास वक्त का अभाव है और यदि वक्त मिल भी जाता है तो मन तरह-तरह की आशंकाओं से घिरा रहता है। बच्चों का तनाव, ऑफिस की परेशानियां आदि अनेक बातें ऎसी हैं, जो व्यक्ति को तनाव मुक्त नहीं रहने देती। ऑफिस, घर और अन्य कार्यो की थकान के कारण और तालमेल की कमी के कारण सेक्स के प्रति उदासीनता पैदा हो जाती है।
2. वर्क लोड: जिंदगी में आगे बढने की चाह, बॉस की नजरों में योग्य बने रहने की चाह और पैसे कमाने की दौड में व्यक्ति अपनी सारी ऊर्जा खत्म कर देता है। पैसा कमाने और खुद को बेहतरीन साबित करने की दौड में व्यक्ति दिन-रात काम करता है। वर्क लोड ज्यादा होने से ऑफिस का बचा हुआ काम घर पर पूरा करना पडता है।
इस तरह के हाई प्रेशर जॉब के साथ व्यक्ति परिवार के साथ संतुलन नहीं बना पाता। व्यक्ति घर और ऑफिस की जिम्मेदारियों के बीच पिसकर रह जाता है। व्यक्ति देर तक काम करने के बाद इतना थक जाता है कि बिस्तर पर लेटते ही नींद आ जाती है और इससे उसकी सेक्स लाइफ प्रभावित होती है।
3. असुरक्षा की भावना: वर्किग पति-पत्नी के रिश्तों में आजीवन साथ रहने की निश्चिंतता नहीं है। पति-पत्नी दोनों में असुरक्षा की भावना बनी रहती है। क्योंकी दोनों के अहं टकराने की आशंका रहती है। दोनों के कामकाजी होने की वजह से दोनों में से कोई भी समझौता करने के लिए तैयार नहीं रहता। इसलिए महिलाएं भी ज्यादा कमाने की होड में लग जाती है। क्योंकी वे सुरक्षित होना चाहती हैं। इस तरह की स्थिति तनाव व टकराहट को जन्म देती है।
4. विलासिता की चाह: आधुनिक सुख-साधन जुटाना, रिसॉर्ट या विदेश में छुटि्टयां बिताना हर दंपत्ति की इच्छा होती है। सुख-सुविधा की चाहत में व्यक्ति चादर से अधिक पैर पसारता है और इस कारण वह लोन और के्रडिट कार्ड का उपयोग करता है। बाद में किश्तें चुकाने का पे्रशर शरीर और मन दोनों को थका डालता है। इस तरह का फाइनेंनशियल स्ट्रेस व्यक्ति की जिंदगी को पूरी तरह प्रभावित करता है और उसे सेक्स लाइफ के प्रति उदासीन बना देता है।
5. अधूरी जानकारी: आधी अधूरी जानकारियां और गलतफहमी भी तनाव को बढ़ाते हैं। मैगजीन में सेक्स कॉलम में सेक्सोलॉजिस्ट द्वारा पाठकों के प्रश्नों के उत्तर दिए जाते हैं। लेकिन संबंधित लेख या कॉलम में दी गई जानकारी एक सामान्य जानकारी होती है जबकि हर व्यक्ति और उसकी परिस्थिति दूसरे से भिन्न होती है।
अधूरी जानकारी से सेक्स स्ट्रेस बढ़ता है। इसलिए यह जरूरी है कि कपल्स एक दूसरे के लिए समय निकालें। साथ ही उपरोक्त विषयों पर दोनों को विचार-विमर्श करना चाहिए। एक दूसरे को समझना चाहिए और सेक्स स्ट्रेस को नहीं पनपने देना चाहिए।
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