औरतों में अब डिजाइनर ‘योनि’ का क्रेज
एक अध्ययन में पता चला है कि महिलाओं में अपने ‘प्राइवेट पार्ट’ को लेकर सजगता बढी है. अब महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट भी डिजाइनर चाहती हैं. ब्रिटेन की एक शोध संस्था ने एक एनीमेटेड फिल्म बनाई है और उसे उम्मीद है कि ये फिल्म महिलाओं में ‘डिजाइनर योनि’ की इच्छा के बारे में बहस को प्रोत्साहित करेगी.
सेंटरफोल्ड नामक इस फिल्म में वेलकम दिखाया गया है कि तीन महिलाएं लेबियाप्लास्टी के बारे में चर्चा कर रही हैं कि इसने उन्हें किस तरह से प्रभावित किया है. लेबियाप्लास्टी वह विधि है जिसमें ऑपरेशन के जरिए स्त्री जननांग यानि कि लेबिया के आंतरिक भाग को कम कर दिया जाता है. कुछ महीने पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा यानी एनएचएस की ओर से दो हजार से भी ज्यादा लेबियाप्लास्टी के ऑपरेशन किए गए।
वहीं जानकारों का कहना है कि यदि अनियंत्रित निजी क्षेत्र में होने वाले ऑपरेशन को भी शामिल कर लिया जाए तो ये संख्या कहीं ज्यादा होगी। इस विधि में लागत तीन हजार पौंड से अधिक की आती है. लेबियाप्लेस्टी मामलों में हो रही लगातार बढ़ोत्तरी के बावजूद एनएचएस की ओर लेबिया के आकार-प्रकार के बारे में किसी तरह के सामान्य दिशा-निर्देश नहीं तय किए गए हैं.
कुछ महिलाएं योनि के आकार-प्रकार के बारे में अजीबोगरीब सपने देखती हैं ब्रिटेन के प्लास्टिक सर्जनों का एक संगठन इस सर्जरी से पहले मनोवैज्ञानिक काउंसिलिंग की मांग कर रहा है. इस संगठन का कहना है कि इस सर्जरी से पहले महज 35 प्रतिशत अस्पतालों में ही मनोवैज्ञानिक सलाह की सुविधा है.
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