Saturday 29 December 2012

स्त्री-पुरुष को करीब लाता है ठंड का मौसम!

स्त्री-पुरुष को करीब लाता है ठंड का मौसम!

आमतौर पर सर्दी को बीमारियों का मौसम समझा जाता है, लेकिन यदि यह मौसम न आए तो आपकी जिंदगी से ताजगी, रोमांस और प्रेम हमेशा के लिए गायब हो जाएगा। यह ऐसा मौसम है जो स्त्री व पुरुष को करीब लाता है, दोनों के अंदर प्रेम का संचार करता है और एक-दूसरे को सेक्‍स संबंध बनाने के लिए लालायित कर देता है। ठंड के मौसम में सबसे अधिक शादियाँ होती हैं। सबसे अधिक हनीमून टूर की बुकिंग भी ठंड के मौसम में होती है। सेक्स पॉवर बढ़ाने वाली दवा की बिक्री भी ठंड के मौसम में ही ज्‍यादा होती है। 

जाड़े में बढ़ जाती है कामेच्‍छा
चरक इंस्टीट्‌यूट के वरिष्ठ सलाहकार एवं आयुवर्धक हेल्थ केयर के निदेशक डॉ. आकाश परमार कहते हैं, आयुर्वेद में सर्दी को स्वस्थ मौसम कहा गया है। इस मौसम में पित्त बढ़ जाता है। इससे महिला व पुरुष दोनों के सेक्सुअल हार्मोन बढ़ते हैं। पुरुष के अंडकोष का तापमान 2 डिसे तक बढ़ जाता है, जिससे शुक्राणु अधिक सक्रिय हो जाता है और संभोग की इच्‍छा जागृत हो जाती है।


आयुर्वेद में कहा गया है कि इस मौसम में पुरुष व महिलाओं की खूबसूरती बढ़ जाती है। सुंदर व स्वस्थ स्त्री के अंदर भी 'काम' का संचार होता है। स्‍त्री पुरुष दोनों अधिक से अधिक समय साथ गुजारना चाहते हैं।

सर्द रातों में स्‍त्री पुरुष का साथ दोनों के अंदर हार्मोन स्‍तर को बढ़ा देता है और गर्मी पैदा होती है। यह एक स्‍वस्‍थ्‍य 'काम' भावना है, जिसकी इजाजत हमें प्राकृतिक देती है। महानगरों की तनावभरी जिंदगी में यह मौसम पति-पत्नी के लिहाज से बेहद सुकूनभरा है। इस मौसम में कसरत, बॉडी मसाज, भाप लेने, गुनगुने पानी से नहाने, सूती व ऊनी वस्त्र पहनने से सेहत बनी रहती है और मन खुश रहता है।


कम वजन वाले युवक इस मौसम में बढ़ाएं अपना वजन
वजन की कमी से पीड़ित नौजवानों को भी यह मौसम भरापूरा होने का अहसास कराता है। अधिकतर लोगों का वजन इसी मौसम में बढ़ता है। मच्छर व जल जनित बीमारियाँ इस मौसम से कोसों दूर रहती हैं। एम्स के सामुदायिक मेडिसिन के डॉ. बीरसिंह के मुताबिक शरीर को गर्म रखने के लिए इस मौसम में भूख अधिक लगती है। इसलिए इस मौसम में जिनका वजन नहीं बढ़ता, वे अपना वजन बढ़ा सकते हैं। मच्छरों से होने वाली डेंगू, मलेरिया या चिकनगुनिया जैसी बीमारियाँ इस मौसम में नहीं होती।


जाड़े में व्‍यक्ति संक्रमण से भी दूर रहता है
एम्स के ही प्रोफेसर रणदीप गुलेरिया बताते हैं कि इस मौसम में किसी भी तरह का संक्रमण कम होता है। कई तरह के बड़े ऑपरेशन जानबूझ कर सर्दी में प्लान किए जाते हैं, क्योंकि इस मौसम में रक्तस्राव कम होता है। दिल्ली मेडिकल काउंसिल जनकपुरी शाखा के पूर्व अध्यक्ष व प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.राकेश महाजन के मुताबिक हैजा व टाइफाइड जैसी बीमारियों के वायरस इस मौसम में काफी कम पनपते हैं, इसलिए यदि थोड़ी एहतियात बरतें तो यह मौसम हर दृष्टि से अच्छा है।

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