Saturday 3 November 2012

गर्ल्स मांगे टॉल, डार्क, चिकने मैन.. महिलाओं की सुंदरता के बारे में हर पूरूष के अलग-अलग विचार होते हैं लेकिन महिलाओं से अगर पूछा जाये कि उनकी नजर में सुंदर पुरूषों की परिभाषा क्या है तो 80 प्रतिशत महिलाओं की सोच एक जैसी होगी। महिलाओं को टाल, डार्क और चिकनी त्वचा वाले आदमी पसंद आते हैं। लंदन विश्वविद्यालय ने एक सर्वेक्षण के आधार पर यह तथ्य प्राप्त किया है। सर्वे में सबसे ज्यादा महिलाओं को टॉल, डार्क और चिकनी त्वचा वाले लोग पसंद आये। विश्वविद्यालय ने महिलाओं के एक समूह पर यह सर्वे किया। उन्होंने महिलाओं से उनके ड्रीमलवर के बारे में सवाल किये और उसके बाद यह परिणाम निकाला। प्रयोग करने वाली सभी महिलाओं की उम्र 25-30 के बीच में थी। सर्वे के परिणामों में साफ किया गया है कि औरतें उन पुरुषों के प्रति अधिक आकर्षक होती हैं जो लंबे होते हैं, थोड़े से डार्क होते हैं और जिनकी त्वचा चिकनी होती है। उनका मानना ऐसे लड़के स्मार्ट होने के साथ काफी केयरिंग होते हैं। और लंबाई होने के कारण हर महिला अपने पति से सिर उठा कर बात करेगी जिसके चलते उसे जिंदगी भऱ एहसास होगा कि उसे अपने पति के कारण सिर उठाने का मौका मिला। तो जो लोग लंबे और सांवले हैं वो आज से खुश हो जाये क्योंकि उनको तो बड़ी आसानी से सुंदर महिला मिल जायेगी।



गर्ल्स मांगे टॉल, डार्क, चिकने मैन..

महिलाओं की सुंदरता के बारे में हर पूरूष के अलग-अलग विचार होते हैं लेकिन महिलाओं से अगर पूछा जाये कि उनकी नजर में सुंदर पुरूषों की परिभाषा क्या है तो 80 प्रतिशत महिलाओं की सोच एक जैसी होगी। महिलाओं को टाल, डार्क और चिकनी त्वचा वाले आदमी पसंद आते हैं।

लंदन विश्वविद्यालय ने एक सर्वेक्षण के आधार पर यह तथ्य प्राप्त किया है। सर्वे में सबसे ज्यादा महिलाओं को टॉल, डार्क और चिकनी त्वचा वाले लोग पसंद आये। विश्वविद्यालय ने महिलाओं के एक समूह पर यह सर्वे किया।

उन्होंने महिलाओं से उनके ड्रीमलवर के बारे में सवाल किये और उसके बाद यह परिणाम निकाला। प्रयोग करने वाली सभी महिलाओं की उम्र 25-30 के बीच में थी।सर्वे के परिणामों में साफ किया गया है कि औरतें उन पुरुषों के प्रति अधिक आकर्षक होती हैं जो लंबे होते हैं, थोड़े से डार्क होते हैं और जिनकी त्वचा चिकनी होती है। उनका मानना ऐसे लड़के स्मार्ट होने के साथ काफी केयरिंग होते हैं।
और लंबाई होने के कारण हर महिला अपने पति से सिर उठा कर बात करेगी जिसके चलते उसे जिंदगी भऱ एहसास होगा कि उसे अपने पति के कारण सिर उठाने का मौका मिला। तो जो लोग लंबे और सांवले हैं वो आज से खुश हो जाये क्योंकि उनको तो बड़ी आसानी से सुंदर महिला मिल जायेगी।

कुत्ते को दिया धोखा

कुत्ते को दिया धोखा 
स्वीट्जरलैंड के लीस्टल में एक पुरुष के उसके पालतु कुत्ते के साथ सेक्स संबंध उजागर हुए हैं। कुत्ते के साथ सेक्स करने से पहले यह व्यक्ति चॉकलेट और केंडल लाइट से कुत्ते को बकायदा रिझाया करता था।

द सन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस व्यक्ति ने यह स्वीकार किया कि वह अपने अपेंजेलर कुत्ते ब्लेस्ली के साथ 2008 से सेक्स कर रहा है।

कुत्ते के साथ सेक्स करने की बात उजागर होने के बाद इस व्यक्ति को लीस्टल की अदालत में पेश किया गया। इसने माना कि यह कुत्ता उसका लाइफ पार्टनर है। साथ ही उसने कहा कि वह अपने कुत्ते के साथ रिश्तों में वफादार नहीं रहा। उसने कहा कि ब्लेस्ली के अलावा उसने दो और कुत्तों के साथ सेक्स किया।

इस व्यक्ति को आठ माह के लिए जेल भेज दिया गया है और साथ ही इससे यह वादा करवा गया है कि वह मनौवैज्ञानिक की सलाह लेगा। पिछले साल हुए एक सर्वे के अनुसार आठ मिलियन आबादी वाले स्वीट्‍जरलैंड में लगभग दो लाख पच्चत्तर हजार लोग अपने पालतु जानवर के साथ सेक्स करते हैं।

कम उम्र में सेक्स से हो सकता है कैंसर

कम उम्र में सेक्स से हो सकता है कैंसर
शहरों की लड़कियों में कम उम्र में यौन संबंध बनाने तथा गांवों की महिलाओं में यौनांगों की स्वच्छता के प्रति लापरवाही के कारण हमारे देश में 'सर्विक्स कैंसर' (बच्चेदानी के मुंह का कैंसर) तेजी से फैल रहा है।
भारत में इस कैंसर के तेजी से बढ़ते प्रकोप के कारण यह महिलाओं में पहले नंबर का कैंसर बन गया है और यह हर सात मिनट में एक महिला को मौत का शिकार बना रहा है। दूसरे नंबर पर स्तन कैंसर है जिससे हर दस मिनट में एक महिला की मौत होती है। अगर इसके बढ़ने की यही रफ्तार बनी रही तो 2025 तक साढ़े चार मिनट में एक महिला की मौत सर्विक्स कैंसर से होगी जबकि हर छह मिनट में एक महिला की मौत स्तन कैंसर से होगी। 
सरकारी आंकड़ों के अनुसार भारत में हर साल 72 हजार 800 महिलाओं की मौत इस कैंसर से होती है। यह कैंसर 15 से 44 वर्ष की महिलाओं में बहुत सामान्य है। कॉलेज ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष तथा एशियन इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एआईएमएस) के निदेशक डॉ. एनके पांडे का कहना है कि भारत में जिस तेजी से महिलाओं में विभिन्न तरह के कैंसर से होने वाली मौत बढ़ रही है उसे देखते हुए राष्ट्रीय स्तर पर कैंसर से निपटने की ठोस रणनीतियां बनाई जानी चाहिए और उन पर अमल किया जाना चाहिए। 
डॉ. पांडे ने बताया कि गांवों में खराब स्वास्थ्य एवं अस्वच्छता खास तौर पर यौन अंगों की अस्वच्छता के कारण सर्विकल कैंसर का प्रकोप बढ़ रहा है जबकि शहरों में आधुनिक समय में कम उम्र की लड़कियों के यौन संबंध बनाने के कारण उनके इस बीमारी की चपेट में आने का खतरा बहुत बढ़ गया है1 हालांकि इस बीमारी से बचाव करने वाला टीका भारत में उपलब्ध हो चुका है और इसकी मदद से इस घातक बीमारी की रोकथाम हो सकेगी।
भारत में भी इस टीके को लागू किया जा चुका है। यह टीका 10 से 26 साल की उम्र में लड़की को लगाया जा सकता है। इस टीके को 90 प्रतिशत तक कारगर पाया गया है।

सेक्स : दस बीमारियों का बस एक इलाज

सेक्स : दस बीमारियों का बस एक इलाज
क्या आपको पता है कि नियमित सेक्स से पैदा होने वाले हारमोन से 'ऑस्टियोपोरोसिस' नामक बीमारी नहीं होती? दरअसल वैज्ञानिकों का एक बड़ा दल सेक्स से संबंधी भ्रांतियों को बदलने के लिए शोध में जुटा है। यह दल मानता है कि खुद को तरोताजा रखने व तनाव को दूर करने के लिए नियमित सेक्स एक अच्छा उपचार है।
सेक्स से शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन उत्पन्न होता है जो हड्डियों की बीमारी 'ऑस्टियोपोरोसिस' नहीं होने देता है।

सेक्स से स्किन होती है सुंदर 

 
सेक्स से एंडॉर्फिन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे स्किन सुंदर, चिकनी व चमकदार बनती है। एस्ट्रोजन हार्मोन शरीर के लिए एक चमत्कार है, जो एक अनोखे सुख की अनुभूति कराता है।

सेक्स से परहेज यानी बीमारियों को न्योता
सफल व नियमित सेक्स करने वाले दंपति अधिक स्वस्थ देखे गए हैं। उनका सौंदर्य भी लंबी उम्र तक बना रहता है। उनमें उत्तेजना, उत्साह, उमंग और आत्मविश्वास भी अधिक होता है।


 सेक्स से परहेज करने वाले शर्म, संकोच, अपराधबोध व तनाव से पीड़ित रहते हैं। यहां तक कि लंबी उम्र तक सेक्सुअल लाइफ आरंभ ना हो तो लड़कियों में फायब्राइड्स की समस्या हो जाती है। पुरुषों में अधिक समय तक सेक्स के प्रति अरूचि हो तो नपुंसकता का खतरा बढ़ जाता है।

सेक्स एक प्रकार का व्यायाम 

सेक्स एक प्रकार का व्यायाम भी है। सेक्स व्यायाम शरीर की मांसपेशियों के खिंचाव को दूर करता है और शरीर को लचीला बनाता है। एक बार का हेल्दी सेक्स किसी थका देने वाले एक्सरसाइज या स्विमिंग के 10-20 चक्करों से अधिक असरदार होता है। सेक्स विशेषज्ञों के अनुसार मोटापा और कमर दर्द दूर करने के लिए सेक्स काफी सहायक सिद्ध होता है।


'किस' से वजन घट सकता है
सेक्स से शारीरिक ऊर्जा खर्च होती है, जिससे चर्बी घटती है। एक बार के सेक्स में 500 से 1000 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है। सेक्स के समय लिए गए चुंबन भी मोटापा दूर करने में सहायक सिद्ध होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार सेक्स के समय लिए गए एक चुंबन से लगभग 9 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है। इस तरह 390 बार चुंबन लेने से 1/2 किलो वजन घट सकता है।

फेरोमोंस मतलब सेक्स परफ्यूम 

वैज्ञानिकों ने शोध करके पता लगाया है कि सेक्स अगर स्वस्थ दिल-दिमाग और मानसिकता से किया जाए तो फेरोमोंस नामक रसायन शरीर में एक प्रकार की गंध उत्पन्न करता है, जिसे सेक्स परफ्यूम कहा जा सकता है।

सेक्स से भागने वालों को होता है हार्ट अटैक
यह सेक्स परफ्यूम दिल व दिमाग को असाधारण सुख व शांति देता है। सेक्स हृदय रोग, मानसिक तनाव, रक्तचाप और दिल के दौरे से दूर रखता है। सेक्स से भागने वाले इन रोगों से अधिक पीड़ित रहते हैं।

 सेक्स से शरीर में अनेक प्रकार के हार्मोन उत्पन्न होते हैं, जो शरीर के स्वास्थ्य एवं सौंदर्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। इससे पहले वैज्ञानिक यह सिद्ध कर चुके हैं कि सेक्स कई रोगों का इलाज भी है। जीवन में सेक्स एक-दूजे के बीच सुख, आनंद, अपनापन लाता है, वहीं एक-दूजे की हेल्थ एवं ब्यूटी को भी बनाए रखता है।
 

Friday 2 November 2012

सर्दियों में रोमांस के हॉट टिप्स

सर्दियों में रोमांस के हॉट टिप्स

नई दिल्ली: हर मौसम में प्यार का अपना एक अलग एहसास और अंदाज होता है। वैसे तो बारिश को प्यार का आदर्श मौसम कहा जाता है लेकिन सर्दी का मौसम भी कुछ कम नहीं। हल्की-हल्की गुलाबी ठंड के शुरू होते ही अपने हमदम की बांहों की गर्माहट में खो जाने की सुखद अनुभूति दिल-दिमाग में गुदगुदी मचाने लगती है।

 अपने प्यार के साथ एक ही ब्लेंककेट में सारी रात गुजार देने का प्यारा एहसास यकायक ही उत्साह और उमंग से भर देता है। हेल्दी सीजन कहे जाने वाले इस मौसम में आपका "प्यार" भी हेल्दी हो जाता है।

कूल-कूल मौसम में अपने प्यार को जवां और खुशनुमा बनाने के लिए अपनाएं ये कुछ हॉट-हॉट टिप्स-

1 ठंड में आग जलाकर उसके पास अपने हमदम को अपनी बांहों में लें। ठंड में रोमांस का इससे अच्छा विकल्प भला क्या हो सकता है।
2 बाथ टब में गुनगुने पानी में एक साथ स्त्रान करें। यह आपके एक्साइटमेंट में एक नया उत्साह भर देगा।

3 अपने फेवरेट रोमांटिक सांग पर होले होले डांस के साथ आपके प्यार भरे स्पर्श, चुबंनों और आलिंगन से जगाएं अपने हमदम में रूमानी एहसास।
4 रात को एक ही ब्लेंककेट में सोए और अपनी शरारतों को कम न होने दें।
5 एक ही कप से गर्मागर्म कॉफी का आनंद उठाएं।
6 सोने से पहले अपने हाथों को गर्म पानी से साफ करें ताकि आपके प्यार भरे स्पर्श में ठंड की चुभन का एहसास न हो।

7 ठंड के मौसम का रम, वाईन के साथ मजा लें। आपकी बॉडी को गर्म रखने के साथ ही यह आपके प्यार के लम्हों को और हसीन बना देगी।

8 सुबह जॉगिंग जैसे वर्कआउट के बाद थोडी देर पार्क की किसी बेंच पर 
हाथों में हाथ डाल कर बैठें। सुबह के इस छोटे से रोमांस की याद आपके और आपके पार्टनर के होंठों पर अचानक ही मुस्कान का कारण बन जाएगी।

 

Thursday 1 November 2012

क्या आप दूसरों को सेक्स करते देखना पसंद है

क्या आप दूसरों को सेक्स करते देखना पसंद है?

सेक्स लाइफ से जुड़े कई ऐसे पहलु है जिसे लगभग सभी कपल देखना, सुनना,जानना पसंद करते हैं। क्या आपके हनी पर भी ऐसा जुनून छाया है कभी ? या जिसके बारे में आपको पता भी न हो कि ये बातें आपको,या आप के उनको अच्छी लगती हैं ? डालिए एक नज़र इस लिस्ट पर...

फ्लैट पेट : पुरुष हो या महिला , फ्लैट पेट के तो हर कोई दीवाने होते हैं। एक फिट महिला से ज्यादा हॉट और कुछ भी नहीं होता , जिन्हें इसका अच्छी तरह से पता हो और कॉन्फिडेंस से कहती हों , ' मुझे पता है कि मैं सेक्सी हूं। '


पियर्सिंग: युवाओं में इसका खूब चलन है। वे बॉडी के हर पार्ट को पियर्स कराने का दम रखते हैं। ऐसे जुनूनी केवल कान पियर्स कराकर नहीं रुक जाते , जैसा कि आम लोग करते हैं बल्कि वे अपनी जीभ , भौंह , निपल , लिप्स और अपने गुप्तांगों तक को पियर्स कराने का हिम्मत रखते हैं।







टाइट कपड़े: कई पुरुषों को वे महिलाएं अच्छी लगती हैं , जो टाइट मटीरियल पहना करती हैं। ऐसे कपड़े , जिससे शरीर के सभी अंग बिल्कुल स्पष्ट नज़र आते हैं।



डोमिनेशन: क्या करना है , इस बारे में कई महिला और पुरुषों को कहकर बताना अच्छा लगता है। चाहे पर्सनल बिहेव की बातें हो या फिर आपके इस्तेमाल में आनेवाली चीजें जैसे हैंड कफ्स या चेन जैसी चीजें, सभी इस लिस्ट में जोड़े जा सकते हैं।

पैर: कई पुरुषों को महिलाओं की जूलरी और मेहंदी से सजे-धजे पैर खूब भाते हैं , जबकि कुछ को उन्हें छूना अच्छा लगता है।




लिपस्टिक: रेड लिपस्टिक - कई पुरुष इसे उस रिंग की छाप के रूप में देखते हैं जो ओरल सेक्स के बाद नज़र आता है। ये ऐसी चीजें हैं जो महिलाओं में महिला होने के एहसास को बढ़ा देती हैं।

बाल: साफ-सुथरे और खुशबूदार बालों वाली लड़कियों को हर कोई पसंद करता है। कई लड़कों को वे लड़कियां पसंद आती हैं , जो अपने बालों की पोनीटेल या चोटी बनाया करती हैं।


पानी: लोगों को पानी में मस्ती करना इसलिए भी अच्छा लगता है कि पानी में कम कपड़े या फिर बिना कपड़ो के जाया जाता है। बदन से चिपके भीगे टीशर्ट या भीगे बेदिंग सूट महिलाओं पर सबसे अधिक फबता है।

गोल्डन शावर: पार्टनर का एक-दूसरे पर यूरिनेट करना एक सेक्सी एहसास में शामिल है।
सेक्स करते देखना: जुनून के मामले में यह सबसे पॉप्युलर है। कई लोग दूसरों को सेक्स करते देखना पसंद करते हैं। यही वजह है कि पॉर्न इतना पॉप्युलर है। हमें दूसरों को सेक्स करते देखना अच्छा लगता है।

 

1000 मर्दों के साथ सो चुकी महिला कभी खुद मर्द थी

1000 मर्दों के साथ सो चुकी महिला कभी खुद मर्द थी

 

लंदन: 1000 पुरुषों के साथ हमबिस्तर हो चुकी महिला ने स्वीकार किया है कि वो कभी खुद पुरुष थी। क्रिस्टल वॉरेन का जन्म के समय नाम क्रिस्टोफर स्नोडेन था। 2005 में इसने अपना सेक्स बदल लिया था। एक्सप्रेस.को.यूके ने द सन न्यूजपेपर के हवाले से ये सूचना दी।

42 वर्षीय क्रिस्टल ने कहा कि मैं डर रहा हूं की बाहर कई पुरुष ये बात सुनकर गुस्से में होंगे लेकिन में सच बताना चाहता हूं। मेरे साथ सेक्स कर चुके कई लोग सोचेंगे की मैंने उनसे झूठ बोला है। लेकिन मुझे नहीं लगता की मैंने ऐसा किया है क्योंकि मैं एक औरत हूं और मेरा अतीत मेरे पीछे है।

ब्राइटन में रहने वाले क्रिस्टल का जन्म सोमरसेट शहर में हुआ था। 

नहीं लगता मन तो करें सैक्स

नहीं लगता मन तो करें सैक्स

काम के दौरान हम अक्सर सपनों की अलग दुनिया में खोए रहते हैं। दिमाग यहां - वहां घूमने लगता है और फोकस नहीं रहता। एक्सपर्ट्स कहते हैं यह स्वास्थ्य के लिए बुरा है और इससे मुक्ति पाने का एक कारगर तरीका है -सेक्स किया जाए।

 जी हां, दांत साफ करते हुए या दूसरे कई काम करते हुए हममें से कई कुल 50 फीसदी समय में डे - ड्रीमिंग में लीन रहते साइंटिस्ट्स का कहना है कि केवल सेक्स करते समय दिमाग का यहां - वहां घूमना यानी डे - ड्रीमिंग नहीं होती। या यूं कहिए कि काफी हद तक कम हो जाती है।

दिमाग की आवारागर्दी में 30 परसेंट तक की कमी आ जाती है सेक्स के दौरान। हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के मैथ्यू किंलिंग्सवर्थ और उनके सहयोगी डेनियल गिलबर्ट ने इस संबंध में एक स्टडी की और पाया कि लोग दिन में सपने (डे-ड्रीमिंग) इसलिए करते हैं ताकि उनका खराब मूड ठीक हो सके।

लेकिन देखा यह गया है कि व्यक्ति के मूड को बेहतर करने में डे-ड्रीमिंग केवल बहुत थोडा सा ही रोल अदा करती है। कैलिफॉर्निया यूनिवर्सिटी के जोनाथम स्मॉलवुड के अनुसार निगेटिव मूड और माइंड-वॉन्डरिंग का आपस में कोई लिंक तय कर पाना वाकई बडा कठिन है और इस पर काम किए जाने की जरूरत


स्टडी से निकले निष्कर्षो के आधार पर कहा गया कि डिप्रेशन से बचने के लिए डे-ड्रीमिंग की जाए जरूरी नहीं है बल्कि करना यह चाहिए कि खुद को बिजी रखें और मेडिटेशन करें।
साइंस मैग्जीन में पब्लिश हुए आर्टिकल में स्मॉलवुड ने कहा कि वैसे यह दिलचस्प तथ्य है कि डे-ड्रीमिंग कई आविष्कारों की जननी रहा है। निश्चित तौर पर हम लोगों को यह तो नहीं ही कहेंगे कि दिन में सपने न देखे जाएं।
           

Wednesday 31 October 2012

चुंबन के समय पुरूष ऎसा सोचते हैं

चुंबन के समय पुरूष ऎसा सोचते हैं
चुंबन दो लोगों के बीच देह की खामोश भाषिक अभिव्यक्ति है। हमारे यहां चुंबन को सेक्स से जो़ड कर देखते हैं। इसके पीछे एक ठोस कारण यह है कि कामसूत्र में चुंबनक्रिया को प्यार करने का एक पुख्ता तरीका बताया गया है। कामसूत्र में कहा गया है कि पुरूष और स्त्री इस क्रिया से एक दूसरे के नज़दीक आते है। यह चुंबन बंद कमरे में पुरूष और स्त्री के बीच का है। पर क्या आपने कभी सोचा है कि चुंबन पुरूषों के अंदर यह भाव होता है कि वे अपनी पार्टनर की अपेक्षा बेहतर तरीके से चुंबन ले सकते हैं। इस मामले में पुरूष थोडा घमंड में भी रहते हैं कि उनके साथी को उनसे अच्छा कोई मिल ही नहीं सकता।पुरूषों के अंदर यह भाव होता है कि वे अपनी पार्टनर की अपेक्षा बेहतर तरीके से चुंबन ले सकते हैं। इस मामले में पुरूष थोडा घमंड में भी रहते हैं कि उनके साथी को उनसे अच्छा कोई मिल ही नहीं सकता।पुरूषों के अंदर यह भाव होता है कि वे अपनी पार्टनर की अपेक्षा बेहतर तरीके से चुंबन ले सकते हैं।
 
 इस मामले में पुरूष थोडा घमंड में भी रहते हैं कि उनके साथी को उनसे अच्छा कोई मिल ही नहीं सकता।के समय पुरूष क्या सोचते है।पुरूष जब चुंबन में लीन रहते हुए सोचते हैं कि, अब देर न करते हुए जल्दी से बिस्तर पर कामक्रिया की शुरूआत हो। इसी वजह से चुंबन लेते समय वे अपने साथी के हर उत्तेजित कर देने वाले अंगों को स्पर्श करते है, जिससे वो संभोग के लिए तैयार हो सके।चुंबन संभोग की शुरूआत होती है के दौरान पुरूष के मन में हमेशा चलता रहता है, कि इसके बाद वे संभोग जरूर करेंगे।
 
 कई बार चुंबन को वो सिर्फ एक फॉर्मेलिटी के रूप में लेते हैं। यही कारण है कि पुरूष ज्यादा देर तक चुंबन नहीं ले पाते हैं।चुंबन करने के कई तरीके होते हैं, लेकिन पुरूष जब चुंबन करने की शुरूआत करते समय बिल्कुल नहीं सोचते हैं कि उनकी पार्टनर उस समय कैसा महसूस कर रही है। पुरूष को केवल अपने आनंद की फिक्र होता है।
 
वे अपने साथी की सहजता का ख्याल नहीं रखते।अपने स्वभाव से पुरूष यह साबित करने चाहता है कि वो अपनी पार्टनर को सबसे अधिक प्रेम करते हैं। उनके मन में यह बात होता है कि वह कैसे भी इस बात का अहसास दिला दें कि उनके साथ जो पुरूष है वह तन-मन और धन से हमेशा उसके साथ रहेगा। इस वजह से लिप किस से पहले और बाद में पुरूष अपने साथी के माथे को किस करते हैं।होठों को चूमने के दौरान पुरूष स्त्री की सुंदरता को लेकर भी बहुत कुछ सोचता है। इसी वजह से पुरूष अपनी पार्टनर को यह जताने का प्रयास करता है कि उसकी पार्टनर से सुंदर तो कोई हो ही नहीं सकती। इसलिए वह उसके सभी अंगों को चूमता है।

           
           

बाथरूम, बाथटब और सेक्स

 बाथटब  सेक्स

अगर आपकी सेक्स लाइफ बोरिंग हो गई है तो हम आपको आपकी सेक्स लाईफ को मजेदार और रोचक बनाने का एक तरीका बताते हैं। ये तरीका है बाथ टब सेक्स।बाथ टब सेक्स से आपको सेक्स में कुछ नया करने का

मौकार तो मिलेगा ही साथ ही आपकी सेक्स लाइफ भी रिफ्रेश हो जाएगी।
             जैसा की इसके नाम से ही विदित होता है कि बाथ टब सेक्स में आपको अपने पार्टनर के साथ बाथ टब में सेक्स करना है।आइए जानते हैं बाथ टब सेक्स को कैसे मजेदार बनाया जाए।



 सबसे पहले आप अपने बाथरूम को सजायें। इसको और मजेदार बनाने के लिए आप बाथ टब में गुलाब की पंखुडियां डालकर पानी भर दें और हल्का परफ्यूम छिडक दें।माहौल को और भी अधिक रोमांटिक बनाने के लिए आप बाथरूम में धीमा रोमांटिक म्यूजिक भी लगा सकते हैं। अब आप बाथ टब मे ही अपनी पार्टनर को फोरप्ले का आनंद दें और बनाएं अपनी सेक्स लाइफ को मजेदार और रिफ्रेश।

            

kamasootra-special

कॉल सेंटर की एक रात

निखिल ने अभी अभी पढ़ाई ख़त्म करके कॉल सेंटर की नौकरी शुरु की थी। यहाँ आकर वह बहुत उत्साहित था- कॉलेज जैसा माहौल, बढ़िया फर्नीचर, माडर्न साज सज्जा और उसके जैसे स्मार्ट और हैंडसम लड़के। वैसे भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के दफ़्तरों में ऐसा माहौल होता ही है। उसने अभी से लड़कों को नज़रों से टटोलना शुरू कर दिया था- किसका लंड बड़ा होगा, कौन उसे दबा-दबा कर चोदेगा, वगैरह वगैरह !

एक दिन जब निखिल की शिफ्ट ख़त्म हो गई तभी उसकी नज़र राहुल नाम के एक ट्रान्सपोर्ट-सुपरवाइज़र पर पड़ी। राहुल का व्यक्तित्व ही ऐसा था कि उसे नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता था- ६ फुट ४ इंच लम्बाई, चौड़ी छाती, हट्टा-कट्टा, जिम में ढला शरीर ! उसे तो किसी नाईट क्लब में बाउंसर होना चाहिए था। राहुल ठेठ हरियाणा का जाट था, वैसे भी जाट तगड़े और बांके होते हैं।
एक मिनट को तो निखिल उसे देख कर चौंक गया लेकिन उसके आस पास काफी लोग थे. उसने फ़ौरन अपना ध्यान राहुल से हटा लिया, कहीं लोग उसे राहुल को घूरते देख न लें।
उस दिन निखिल को नींद नहीं आई, अब वो ऑफिस में राहुल को लाइन मारने के बहाने ढूंढता था, कभी किसी की शिकायत करने पहुँच जाता, कभी उसके ऑफिस की ज़िरोक्स मशीन इस्तेमाल करने चला जाता।
राहुल को भी निखिल बहुत पसंद था, उसके मुलायम गुलाबी होंट, गोरा चिट्टा रंग, बड़ी-बड़ी काली-काली आँखें, प्यारी सी मुस्कराहट उसे बहुत आकर्षित करते थे। जब भी वो और निखिल आमने सामने होते, वो निखिल से हंस हंस कर बातें करता, उसके शरीर से अंदाजा लग जाता कि उसकी गांड कितनी मुलायम होगी, छाती चिकनी होगी या बाल होंगे।
जबसे उसने अपने मोहल्ले में ब्लू फिल्म देखने के बाद अपने दोस्त के छोटे भाई की गांड मारी थी, उसे लड़के बहुत अच्छे लगने लगे थे लेकिन आज तक उसकी हिम्मत नहीं हुई कि ऑफिस में किसी तरफ बढ़े। इसी तरह राहुल और निखिल पास आते गए, कुछ समय बाद उसकी ट्रेनिंग ख़त्म हुई और टीम में आ गया। रोज़ पार्किंग एरिया में आने के समय, जब सब घर जाने के लिए कैब में बैठ रहे होते, राहुल और निखिल एक दूसरे से गले मिलते, इसी बहाने दोनों एक दूसरे से लिपट जाते थे, एक दूसरे के शरीर को छू लेते थे। 


एक बार निखिल एक लम्बी कॉल पर फंस गया, एक हरामजादा अमरीकी बवाल मचा रहा था, निखिल की शिफ्ट भी खत्म हो गई लेकिन बेचारे को रुके रहना पड़ा उस बेवकूफ फिरंगी का मसला सुलझाने के लिए।
लेकिन उसे नहीं मालूम था कि आज उसकी मुराद पूरी होने वाली है। उसकी शिफ्ट की सारी गाड़ियाँ आधे घंटे पहले जा चुकी थी, रात के तीन बजे उसे कोई बस-ऑटो गुड़गांव से वसंत कुञ्ज नहीं ले जाने वाला था। उसे राहुल के दफ़्तर में जाने का एक और बहाना मिल गया ! वो ट्रान्सपोर्ट ऑफिस में पहुँचा तो देखा कि राहुल अपनी डेस्क पर था। वो मन ही मन मुस्काया।
"हाय राहुल ! मैं कॉल में फंस गया था, अपनी कैब से नहीं जा पाया. अभी कोई गाड़ी मिल सकती है?" उसने राहुल से अपनी समस्या बताई।
राहुल मुस्कुराया और अपने हरियाणवी लहजे में बोला- कोई बात नहीं जी... अभी देखते हैं। 

उसने किसी से फ़ोन पर बात की और राहुल को लेकर पार्किंग एरिया में आ गया। वहाँ पर पूरा सन्नाटा था।
राहुल बोला- मेरी अभी एक कैब वाले से बात हुई है, वो तुम्हें ले जायेगा, बस थोड़ी देर इन्तजार करना पड़ेगा।
"कोई बात नहीं... कम से कम घर तो पहुँच जाऊँगा।" निखिल खुश होकर बोला।
राहुल के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कराहट दौड़ गई- और सुनाओ जी, आपकी कॉलिंग-शौलिंग कैसी चल रही है?"बस चल रही है, किसी तरह से ! उकता गया हूँ इन चूतिये अंग्रेजों से !" निखिल की गाड़ी आने में समय था। दोनों पार्किंग एरिया में बातें करते, साथ-साथ टहलते रहे। बातों-बातों में राहुल ने अपना हाथ निखिल के कंधे पर रख लिया, निखिल के मन लड्डू फूटने लगे, वो राहुल से और सट कर चलने लगा, दोनों समझ गए कि उनको एक दूसरे से क्या चाहिए लेकिन वो खुले पार्किंग एरिया में कुछ नहीं कर सकते थे।
तभी राहुल के मोबाईल फोन की घंटी बजी, दूसरी तरफ कैब का ड्राईवर था, अभी उसे थोड़ी और देर लगेगी और वो सामने साइबरग्रीन बिल्डिंग में आएगा।
"यार निखिल.. अभी कैब वाले को थोड़ी देर और लगेगी और वो सड़क के उस पार सायबरग्रीन टॉवर के बेसमेंट में आएगा।" राहुल ने उसे बताया।
"कोई बात नहीं !" निखिल को राहुल के साथ थोड़ा और समय मिल जायेगा। 

दोनों सड़क पार करके सायबरग्रीन बिल्डिंग पहुँच गए और बेसमेंट लेवल-2 में जाने के लिए सीढ़ियाँ उतरने लगे। उस विशाल बेसमेंट में भी सन्नाटा था, सिर्फ चार-पांच खाली सूमो-क्वालिस के अलावा वहाँ कुछ नहीं था। दोनों एक कोने में खड़े हो गए। दो पल की शांति के बाद राहुल ने पूछा- और निखिल... तेरी कोइ गर्लफ्रेंड नहीं है?
निखिल ने खींसे निपोरी और बोला- नहीं !
"क्यूँ? इतने स्मार्ट हो... कोइ तो होगी?" राहुल ने चुटकी ली।
"हैंडसम और स्मार्ट तो तुम भी हो... इस हिसाब से तो तुम्हारी तीन चार होनी चाहिए, क्यों?" निखिल ने जवाब दिया।
राहुल मुस्कुराया और बोला- मेरी तो एक भी नहीं है।
राहुल ने एक बार फिर से निखिल के गले में बांह डाल दी, निखिल फिर से राहुल से सट गया।
थोड़ी देर तक दोनों इधर उधर की बातें करते रहे, राहुल ने फिर सवाल किया.. "कभी किसी लड़की का काम लगाया है?"
"नहीं.. अभी तो मैं बच्चा हूँ" निखिल ने हंसते हुए जवाब दिया।
"हाँ साले... इतना चिकना जवान लौंडा हो गया है, और खुद को बच्चा कह रहा है?" इतना कहकर राहुल ने निखिल के चूतड़ पर चिकोटी कट ली।
"अरे.. ये क्या कर रहे हो..!!" निखिल चौंका और उसने राहुल का हाथ जो उसकी गांड पर था, पकड़ लिया।
हाथ पकड़ तो लिया, मगर छोड़ा नहीं ! राहुल ने निखिल का हाथ कस कर पकड़ लिया, दोनों के लंड खड़े हो गए। राहुल को बहुत समय हो गया चोदे हुए और निखिल की गांड से सीटी बज रही थी।
अभी तक दोनों एक दूसरे से सटे एक सूमो के पीछे खड़े हुए थे, अब दोनों आमने-सामने खड़े हो गए और एक दूसरे की आँखों में आँखें डालकर देखने लगे। अब दोनों से रहा नहीं जा रहा था।
"इधर आ !" राहुल बोला और निखिल को गले से लगा कर उसे पतले पतले मुलायम मुलायम होंठ को अपने होटों में दबा लिया।
निखिल राहुल के मांसल शरीर से बेल की तरह लिपट गया, अपने हाथों से सहला सहला कर उसके मस्सल्स महसूस करने लगा। राहुल अपने दोनों हाथों से उसकी गांड को दबा रहा था... इतनी मुलायम गांड उसने पहले कभी नहीं देखी थी. उसकी पैंट में कैद उसका लौड़ा उछलने लगा।
दोनों कुछ देर तक एक दूसरे के आगोश में चूमते रहे, फिर राहुल ने कपड़ों के ऊपर से ही निखिल के उंगली करनी शुरू कर दी।
"पैंट उतार...!" राहुल ने हवस भरी आवाज़ में कहा। यह कहानी आप अन्तर्वासना.कॉंम पर पढ़ रहे हैं।
निखिल अपनी पैंट उतारने लगा। इधर राहुल ने अपनी जिप खोली और अपना आठ इंच का खालिस हरियाणवी लंड बाहर निकाला।
राहुल का लंड देख निखिल के मुंह में पानी आ गया, उस पर नसें उभर आईं थी, उसका गुलाबी सुपारा फूल गया था और उसकी मोटाई भुट्टे जितनी थी। ज्यादातर लोगों के लौड़े खड़े होने पर हलके से मुड़ जाते हैं, पर राहुल का लौड़ा बिल्कुल सीधा खड़ा था। 

इतना बड़ा लंड निखिल ने ज़मानों बाद देखा था। इससे पहले जब उसके कॉलेज के सेक्योरिटी गार्ड (वो भी हरियाणा का ही था) ने उसे चोदा था, तब उसे प्रचंड लंड के दर्शन हुए थे, और उसकी गांड फट गई थी। राहुल का लंड मोटाई में उतना ही था, मगर थोड़ा सा लम्बा था।
निखिल से रहा नहीं गया और उसने घुटनों पर झुक कर राहुल कर फुंफकारता हुआ लौड़ा अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा।
राहुल के मुंह से हलकी से आह निकल गई- इतने दिनों बाद उसका लंड किसी के गरम-गरम, गीले मुंह में गया था।
निखिल ने लंड अपने गुलाबी होटों से दबा लिया और अपनी जीभ से सहला सहला कर उसे चूसने लगा। उसे लंड का स्वाद बहुत अच्छा लग रहा था, उसका मन कर रहा था कि वो पूरा का पूरा लंड अपने मुंह में भर ले, लेकिन बड़ा होने के कारण सिर्फ आधा ही ले पाया था। निखिल पूरी लगन से राहुल के लौड़े का रस पी रहा था, "सप.. सप..."
राहुल ने निखिल का सर पकड़ लिया और हल्की-हल्की आह भर के अपना लंड चुसवा रहा था। उसकी आँखें नशीली हो गई थी।
करीब दस मिनट तक निखिल राहुल की जांघों से लिपटा उसके लंड को ऊपर से नीचे तक चाट-चाट कर चूसता रहा। अब राहुल से रहा नहीं जा रहा था।
"उठ.." उसने अपना लंड पीछे हटाते हुए कहा।
निखिल के उठने पर राहुल ने उसे कमर झुका कर खड़े होने को कहा और उसकी पैंट और अंडरवियर नीचे खसका दी। निखिल सूमो के पिछले दरवाज़े पर दोनों हाथ रख कर झुक गया, राहुल निखिल के पीछे खड़ा हो गया, उसने उसकी गांड का छेद टटोला और अपने लंड का सुपारा उस पर टिका कर उस पर थूक कर धक्का मारा। निखिल कई बार चुदवा चुका था लेकिन इतना बड़ा लंड उसने कम ही लिया था।
लंड गप से अन्दर चला गया लेकिन निखिल उछल गया,"हा....आह्ह्ह...!!" उसके मुंह से हल्की सी आह निकल गई।
राहुल ने अपना लौड़ा पूरा का पूरा अन्दर तक घुसेड़ दिया था, निखिल को तो चीखना ही था। राहुल ने डाँट लगाई..."श श ... कोइ सुन लेगा !"
और उसके कन्धों को पकड़ कर अपना भूखा लंड हल्के-हल्के हिलाने लगा लेकिन उसके लंड के थपेड़े निखिल से सहे नहीं जा रहे थे। उसने अपने होटों को भींच लिया और सर झटक-झटक कर चुदवाने लगा। राहुल अब फुल स्पीड में उसकी चिकनी चिकनी गांड मारने लगा, उसका लौड़ा मज़ा ले लेकर उसकी गांड के अन्दर-बाहर आ-जा रहा था। राहुल आनंदातिरेक में इतना खो गया कि उसने चोदते-चोदते निखिल के चूतड़ पर एक चपत लगा दी। 

बेचारा निखिल चिल्ला उठा,"ईएह्ह...!!!"
"चुप साले... मरवाएगा क्या?" राहुल हांफते हुए बोला।
"कम से कम मारो तो मत..." निखिल कराहते हुए बोला।
राहुल ने कोई जवाब नहीं दिया और कमर हिला हिला कर गांड मारने में लगा रहा। उसका लंड किसी पम्प की तरह निखिल की गांड को गपा-गप चोद रहा था। निखिल उसके धक्के झेल नहीं पा रहा था, कभी कभी उसकी पकड़ गाड़ी पर से फिसल जाती थी, तो कभी हल्की सी सिसकारी निकल जाती थी, बेचारा चिल्ला भी नहीं पाता था।
करीब 15 मिनट तक राहुल निखिल की गांड में अपना गदराया लंड अटकाए उसकी सवारी करता रहा, फिर उसने जोर से निखिल के कन्धों को दबोचा और हलकी सी आह के साथ उसकी गांड में झड़ गया,"हा..अह..!!"
निखिल ने उसका गर्म-गर्म वीर्य अपनी गांड में महसूस किया। करीब एक मिनट तक वो सर झुकाए, उसी तरह निखिल को जकड़े खड़ा रहा।
तभी अचानक बेसमेंट के एक कोने में रोशनी चमकी और एक गाड़ी की आवाज़ आई। निखिल की कैब आ गई थी, दोनों ने फटाफट अपने कपड़े पहने और सामने आ गए।
अब भी जब दोनों का ऑफ साथ पड़ता है, राहुल निखिल के साथ लॉग-इन कर लेता है।
थैंकयू फ़ॉर कॉलिंग अवर कॉल सेन्टर एण्ड हैव अ ग्रेट डे अहैड !!