Wednesday 31 October 2012

थैंक यू सो मच

थैंक यू सो मच 

एक रात बहुत तेज बारिश हो रही थी। एक बुजुर्ग महिला अपनी बंद पड़ी कार के बाहर छाता लेकर खड़ी आने-जाने वाले लोगों को मदद के लिए पुकार रही थी। उस महिला की कार में पानी के कारण कुछ खराबी आ गई थी। काफी देर प्रयास करने के बाद भी कोई उस तूफानी बारिश में रुकने के लिए तैयार नहीं हुआ।तभी एक टैक्सी ड्राइवर उधर से गुजरा। उसने महिला को मदद के लिए पुकारते हुए देखा। एक बार उसने सोचा कि जाने दो, जल्दी घर पहुंचना है। इस चक्कर में कहीं देर न हो जाए। फिर अगले ही पल उसने टैक्सी रोकी और महिला से पूछा। महिला ने बताया कि उसकी गाड़ी खराब हो गई है और उसे तुरंत कहीं पहुंचना है। उस महिला को जहां जाना था, वह टैक्सी ड्राइवर के रास्ते के अपोजिट था। फिर भी उसने महिला की मदद की और उसे उसके गंतव्य तक पहुंचा दिया।महिला जल्दबाजी में थी, किराया दिए बगैर ही चली गई। लेकिन उसका नाम और घर का पता साथ ले गई। कुछ दिनों बाद उस ड्राइवर को एक टीवी गिफ्ट मिला, जिस पर नोट लगा था।
उसमें लिखा था उस रात मदद का शुक्रिया। मैं बहुत जल्दी में थी, लेकिन तुम्हारी वजह से मैं अपने पति के आखिरी वक्त में उनके साथ हो पाई। थैंक यू सो मच।

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