Saturday 8 September 2012

असामान्य व अविकसित स्तन

 महिलाओं के शरीर में स्तनों का विशिष्ट स्थान है, इस दृष्टि से इनकी देखभाल और सुरक्षा करना बहुत जरूरी है।

आज हर युवती चाहती है कि उसके स्तन उन्नत, सुडौल व विकसित दिखें। चेहरे के अलावा स्त्रियों के उन्नत स्तन ही आकर्षण का केन्द्र होते हैं।

जब किसी कारण किसी युवती के वक्षस्थल का समुचित विकास नहीं हो पाता तो वह चिंतित और दुःखी हो उठती है, प्रायः हमउम्र सहेलियों एवं परिवार की महिलाओं के सामने लज्जा का अनुभव करती है। उसे यह भी संकोच और भय होता है कि विवाह के बाद पति के सामने उसकी क्या स्थिति होगी। 

 शारीरिक सौंदर्य एवं देहयष्टि की दृष्टि से स्त्री शरीर में सुन्दर, स्वस्थ और सुडौल स्तन शारीरिक आकर्षण के प्रमुख अंग तो हैं ही, नवजात शिशु को पोषक, शुद्ध और स्वास्थ्यवर्द्धक आहार उपलब्ध कराने वाले एकमात्र अंग भी हैं। कुमारी अथवा विवाहित युवतियों के लिए इन अंगों का स्वस्थ, पुष्ट और सुडौल होना आवश्यक माना जाता है।

 स्त्री के शरीर में पुष्ट, उन्नत और सुडौल स्तन जहां उसके अच्छे स्वास्थ्य के सूचक होते हैं, वहीं नारित्व की गरिमा और सौन्दर्य वृद्धि करने वाले प्रमुख अंग भी होते हैं। अविकसित, सूखे हुए और छोटे स्तन भद्दे लगते हैं, वहीं ज्यादा बड़े-ढीले और बेडौल स्तन भी स्त्री के व्यक्तित्व और सौन्दर्य को नष्ट कर देते हैं। स्तनों का सुडौल, पुष्ट और उन्नत रहना स्त्री के अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ शरीर पर ही निर्भर है। घरेलू कामकाज और खासकर हाथों से परिश्रम करने के काम अवश्य करना चाहिए।
 स्तनों का उचित विकास न होने के पीछे शारीरिक स्थिति भी एक कारण होती है। यदि शरीर बहुत दुबला-पतला हो, गर्भाशय में विकार हो, मासिक धर्म अनियमित हो तो युवती के स्तन अविकसित और छोटे आकार वाले रहेंगे, पुष्ट और सुडौल नही हो पाएंगे। एक कारण मानसिक भी होता है, लगातार चिंता, तनाव, शोक, भय और कुंठा से ग्रस्त रहने वाली, स्वभाव से निराश, नीरसऔरउदासीन प्रवृत्ति की युवती के भी स्तन अविकसित ही रहेंगे।

 यदि वंशानुगत शारीरिक दुबलापन न हो तो उचित आहार और हलके व्यायाम से शरीर को पुष्ट और सुडौल बनाया जा सकता है। जब पूरा शरीर हृष्ट-पुष्ट हो जाएगा तो स्तन भी विकसित और पुष्ट हो जाएंगे। शरीर बहुत ज्यादा दुबला-पतला, चेहरा पिचका हुआ और आंखें धंसी हुई होंगी तो यही हालत स्तनों की भी होता स्वाभाविक है।
 इसके अलावा युवतियों की एक समस्या और है- बेडौल, ज्यादा बड़े आकार के व शिथिल स्तन होना। इसके कारण हैं शरीर का मोटा होना, चर्बी ज्यादा होना, ज्यादा मात्रा में भोजन करना, मीठे व गरिष्ठ पदार्थों का सेवन, सुबह ज्यादा देर तक सोना, दिन में अधिक देर तक सोना आदि। 
 मानसिक कारणों में एक कारण और है- कामुक विचारों का चिंतन करना, अश्लील साहित्य या चित्रों का अवलोकन, हमउम्र सहेलियों से कामुकतापूर्ण बातें, किसी बहाने से अपने स्तन सहलवाना या मर्दन करवाना, किसी बहाने से स्तनों को छूने के पुरुषों को ज्यादा मौके देना आदि।
 

40 के बाद क्यों बहकते हैं पुरुष

40 के बाद क्यों बहकते हैं पुरुष
 ऐसा अक्सर सुनने में आता है कि उम्र के 40 वर्ष पार कर लेने के बाद पुरुषों का झुकाव विवाहेत्तर संबंधों की ओर अधिक हो जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि 30 साल की उम्र के बाद पुरुषों में एंड्रोपॉज की शुरुआत हो जाती है।
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में हर साल दो से तीन प्रतिशत की कमी आती है और 40 साल की उम्र तक टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बहुत कम हो जाता है। इस दौरान पुरुषों में सेक्स की इच्छा बढ़ जाती है। वे सेक्स के बारे में ज्यादा सोचने लगते हैं। उन्हें लगता है कि वे एक बार फिर पहले से ज्यादा रोमांटिक हो गए हैं।
यह वही दौर है जब ज्यादातर पुरुष शादीशुदा होते हुए भी दूसरी महिलाओं से संबंध बनाने के लिए प्रेरित होते हैं। हाल ही में हुए शोध में यह प्रमाणित हो गया है कि पुरुषों को भी महिलाओं की तरह मीनोपॉज होता है। 40 साल की उम्र के बाद पुरुषों में सेक्स हारमोन का विकास कम हो जाता है। पुरुषों के मीनोपॉज को एंड्रोपॉज कहा जाता है।


हाल ही में न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में छपी रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने इस बात पर मुहर लगा दी है कि 40 साल की उम्र के बाद पुरुषों को भी होता है एंड्रोपॉज। मेडिकल साइंस में हाइपोगोनाडिज्म कहलाने वाली यह समस्या तब होती है जब अंडकोष से टेस्टोस्टेरोन का पर्याप्त उत्पादन नहीं होता। इस अवस्था में पुरुषों के मिजाज में बदलाव होता है।

एक हजार पुरुषों से किया सेक्स!

एक हजार पुरुषों से किया सेक्स!

अगर आपको ऐसी महिला के बारे में पता चले, जो इस हद तक सेक्स एडिक्ट हो चुकी हो कि दिन में अगर पांच बार भी किसी पुरुष के साथ सेक्स करती हो तो भी उसे लगता है कि कहीं कोई कसर बाकी रह गई। एक ऐसी महिला जो चालीस साल की उम्र तक लगभग एक हजार पुरुष के साथ सेक्स करने का दावा करती हो तो क्या आपको आश्चर्य नहीं होगा।


'मिरर' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक 42 वर्षीय क्रिस्टल वॉरेन के दिमाग में हर सुबह यही प्लान चलता रहता है कि आज किस पब या कॉफी शॉप में कितने पुरुषों को वह सेक्स करने के लिए राजी कर सकती है। अगर रात को किसी के साथ सेक्स करने के बाद सुबह तक कोई और न मिले तो दोपहर में यह जरूरी हो जाता है कि कोई पुरुष क्रिस्टल की सेक्स जरूरतों को पूरा करे।पेशे से रिटेल मैनेजेर वॉरेन क्रिस्टल दिन में कितनी बार भी सेक्स कर ले, उसके लिए यह अपने दोस्तों में गॉसिप का विषय कभी नहीं रहा, बल्कि सेक्स की इस कदर भूखी होने के बावजूद वह दोस्तों में इस बात को बिलकुल तवज्जो नहीं देना चाहती। 

 वह कहती है, 'आमतौर पर लोग सेक्स की बेकरारी को किसी महिला के साथ नहीं जोड़ते। लोग अपनी दिनचर्या के खास हिस्से में सेक्स के बारे में सोचते हैं, लेकिन मैं पूरे दिन सेक्स की कल्पनाओं में खोई रहती हूं।'

समरसेट काउंटी में जन्मीं क्रिस्टल के माता-पिता बचपन में ही चल बसे। क्रिस्टल ने जब पहली बार सेक्स किया तो उसकी उम्र 15 वर्ष थी। उसी के स्कूल में पढ़ने वाले लड़के के साथ क्रिस्टल पहली बार अंतरंग हुई। वह कहती है, 'जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो लगता है कि आज जैसी मैं हूं, उसकी वजह यह है कि मुझे रिश्तों में धोखा और दर्द मिला।'पहली बार सेक्स करने के बाद क्रिस्टल ने स्कूल के अन्य लड़कों के साथ भी सेक्स किया। धीरे धीरे उसे हर महीने नए पार्टनर की आदत हो गई। 17 साल की उम्र तक क्रिस्टल लगभग 40 लोगों के साथ संबंध बना चुकी थी।

क्रिस्टल ने हमेशा 'सेफ सेक्स' पर जोर दिया। जब क्रिस्टल 17 से 20 साल की थी, तब उसे दिन में कई बार सेक्स करने की आदत लग गई। इसके लिए वह किसी भी समय स्थानीय पब और कॉफी शॉप में चली जाती और अपने भावी सेक्स पार्टनर की तलाश में जुट जाती।
 

क्रिस्टल मानती है कि उसके कई सेक्स पार्टनर उसके करीब आना चाहते थे और सेक्स के अलावा भी वे उससे रिश्ता रखना चाहते थे। क्रिस्टल कहती है, 'मैं समझ नहीं पाई कि वे (सेक्स पार्टनर) सेक्स का मजा लेकर चले क्यों नहीं जाते। क्रिस्टल ने यह भी माना कि अगर उसकी जरूरत पूरी नहीं हो तो वे झुंझला जाती है।

क्रिस्टल ने कहा, 'मैं अगर रात के बाद सुबह सेक्स न करूं तो मेरी भूख जाग जाती है और फिर लंच ब्रेक में मुझे सेक्स की बेहद जरूरत महसूस होती है। अगर किसी वजह से यह जरूरत पूरी नहीं हो पाती है तो मुझे लगता है कि मैंने आज पूरे दिन कुछ नहीं किया।' (एजेंसियां)

कामसूत्र सिर्फ सेक्स नहीं है

कामसूत्र सिर्फ सेक्स नहीं है
 आप सार्वजनिक रूप से 'कामसूत्र' का नाम लेने से शायद कतराएं। जिन्होंने कामसूत्र या कामशास्त्र नहीं पढ़ा वे इसे सेक्स या संभोग की एक किताब मानते हैं जबकि कामसूत्र सिर्फ सेक्स की किताब नहीं है बल्कि कामसूत्र में सेक्स के अलावा व्यक्ति की जीवनशैली, पत्नी के कर्त्तव्य, गृहकला, नाट्‍यकला, सौंदर्यशास्त्र, चित्रकारी और वेश्याओं की जीवन शैली आदि जीवन से जुड़ी सभी की जानकारी है।
संभोग और प्रेम पर वात्स्यायन ने दुनिया का प्रथम और सर्वाधिक प्रसिद्ध दार्शनिक ग्रंथ लिखा 'कामसूत्र'। मूलत: रतिक्रीड़ा पर आधारित इस ग्रंथ की दुनियाभर में कहीं न कहीं चर्चा होती रहती है। सात खंड के छत्तीस अध्यायों में 1250 श्लोक के इस ग्रंथ में संभोग तथा रतिक्रीड़ा के आसनों पर आखिर ऐसा क्या लिखा है जो हर काल में प्रासंगिक बने रहने की ताकत रखता है। इसके सूत्र आज भी उतने ही ताजा हैं जितने कि वात्स्यायन के काल में रहे थे।कामसूत्र महज एक ग्रंथ अथवा कागजों का पुलिंदा मात्र नहीं है बल्कि यह रतिक्रीड़ा के अलावा गृहस्थ जीवन को सही तरीके से जीने के उपाय बताता है। वास्तव में कामसूत्र प्रेम, सौंदर्य तथा जीवन के राग की संपूर्ण किताब है।
 

कामसूत्र का प्रेम : कामशास्त्र या कामसूत्र में स्त्री और पुरुष की शारीरिक संरचना और मनोविज्ञान को अच्छी तरह समझाया गया है इसीलिए यह ग्रंथ शिक्षा देता है कि प्रेम का आधार है संभोग और संभोग का आधार है प्रेम। शरीर और मन दो अलग-अगल सत्ता होने के बावजूद दोनों एक दूसरे का आधार हैं।

प्रेम की उत्पत्ति सिर्फ मन या हृदय में ही नहीं होती शरीर में भी होती है। स्त्री-पुरुष यदि एक दूसरे के शरीर से प्रेम नहीं करते हैं तो मन, हृदय या आत्मा से प्रेम करने का कोई महत्व नहीं। प्रेम की शुरुआत ही शरीर से होती है। दो आत्माओं के एक दूसरे को देखने का कोई उपाय नहीं है। शरीर ही शरीर को देखता है। स्त्री यदि संपूर्ण तरह से स्त्रेण चित्त है और पुरुष में पौरुषत्व है तो दोनों एक-दूसरे के मोहपाश से बच नहीं सकते।

कामसूत्र का सेक्स : वास्तव में सेक्स या संभोग ही दाम्पत्य सुख-शांति की आधारशिला है। काम के सम्मोहन के कारण ही स्त्री-पुरुष विवाह सूत्र में बँधने का तय करते हैं। अतः विवाहित जीवन में काम के आनन्द की निरन्तर अनुभूति होते रहना ही कामसूत्र का उद्देश्य है। यदि स्त्री-पुरुषों के बीच काम को लेकर उदासीनता है तो दाम्पत्य जीवन ऐसे होगा जैसे कि एक ही ट्रेन में सफर कर रहे लेकिन अगल-अलग डिब्बों में।

कामसूत्र यौन संबंधी जानकारियों का बेहतरीन खजाना है। कामसूत्र उन आसनों के लिए भी प्रसिद्ध है जिनके चित्र या मू्र्ति देखने के लिए लोग खजुराहो या अजंता-एलोरा जाते हैं या फिर चुपके से आसनों की सामग्री को बाजार से खरीदकर देखते हैं। दिमाग विकृत होता है बाजार के उस गंदे साहित्य को पढ़ने से जिसे पश्चिमी मानसिकता के चलते बेचा जाता है, लेकिन कामसूत्र या कामशास्त्र आपको उत्तेजित करने के बजाय सही ज्ञान देता है। कामसूत्र में संभोग के हर पहलू का वर्णन कर मनो-शारीरिक प्रतिक्रियाओं की जो विवेचना प्रस्तुत की है वह अद्भुत और रोमांचक है।
 

आज के भागदौड़ से भरे जीवन में पति-पत्नी के संबंध औपचारिक ही रह गए हैं, लेकिन कामसूत्र का ज्ञान आपके वैवाहिक जीवन को अंत तक तरोताजा बनाए रखने में सक्षम है। संभोग के आसनों से यौन सुख के साथ ही व्यायाम के लाभ भी प्राप्त किए जा सकते हैं। बस, जरूरत है तो इसे सही रूप में समझने की।

कामसूत्र का सौंदर्यशास्त्र : नाट्य शास्त्र के प्रणेता भरत मुनि कहते हैं- संसार में जो कुछ भी शुभ,

पवित्र और उज्ज्वल दर्शनीय है वह श्रृंगार रस से प्रेरित है अर्थात काम की कमनीयता है। कामसूत्र कहता है कि स्त्रियों को भी काम या जीवन की सभी कलाओं का ज्ञान होना चाहिए इसीलिए उन्होंने स्त्रियों के लिए मुख्यत: 64 कलाओं में कुछ शर्त के साथ पारंगत होने की शिक्षा दी है। स्त्री द्वारा 64 कलाओं का ज्ञान प्राप्त करने से ऐश्वर्य और सुख की वृद्धि होती है। पारंगत स्त्री को कामसूत्र में गणिका कहा गया है। गणिका अर्थात गुणवती या कलावती।
 जिन चौसठ कलाओं की चर्चा की गई है उनमें से ज्यादातर आज के युग अनुसार अप्रासंगिक मानी जा सकती हैं, लेकिन कुछ कलाएं आज भी प्रासंगिक हैं जैसे हर स्त्री गायन, वादन, नृत्य और चित्र में पारंगत हो सकती। अप्रासंगिक कलाएं- कल-पूर्जे बनाना स्त्रियों का काम नहीं। इंद्रजाल, बाजीकरण, हाथ की सफाई, घुड़सवारी करना, बढ़ईगिरी और तीतर, बटेर अथवा भेड़ को लड़ाने की कला तो अब बिल्कुल चलन से बाहर हो चुकी कलाएं हैं। खैर, जो भी हो कहने का आशय यह है कि कामसूत्र सिर्फ संभोग की ही शिक्षा नहीं देता यह जीवन के हर पहलुओं को छूता है।
 संभोग से समाधि : ऐसा माना जाता है कि जब संभोग की चरम अवस्था होती है उस वक्त विचार खो जाते हैं। इस अमनी दशा में जो आनंद की अनुभूति होती है वह समाधि के चरम आनंद की एक झलक मात्र है। संभोग के अंतिम क्षण में होशपूर्ण रहने से ही पता चलता है कि ध्यान क्या है। निर्विचार हो जाना ही समाधि की ओर रखा गया पहला कदम है।
 अत: संभोग की चर्चा से कतराना या उस पर लिखी गई श्रेष्ठ किताबों को न पढ़ना अर्थात एक विषय में अशिक्षित रह जाना है। कामशास्त्र या कामसूत्र इसलिए लिखा गया था कि लोगों में सेक्स के प्रति फैली भ्रांतियाँ दूर हों और वे इस शक्ति का अपने जीवन को सत्यम, शिवम और सुंदरम बनाने में अच्छे से उपयोग कर सकें।

Friday 7 September 2012

Sensual massage for great sex!


In today's frantic world, most couples claim either to be too tired for sex or not having enough time. But, there's one way of turning your boring bedroom ritual into an exotic pleasure.


All you need is a sensual and soothing massage as a precursor for great sex.


"The significance of touch dates back to our very roots when we are in the womb, our mother's holding us, followed by childhood games with parents and friends all use touch therapy. Later in life, we tend to duplicate this in our cherished relations. A sexual massage is an unusual way of maintaining closeness and can result in not only relaxation, but a keener sense of intimacy to both partners," explains Ratna Wohra, a Hyderabad-based relationship expert.

 

Whether you are married, are into a long-term relationship or exploring a passionate evening with your newly found love, treating your beloved with a sensual massage helps in building trust and enjoying quality time together. What's more? When done in a composed ambiance with affection flowing through your fingertips, a sensual massage helps heal even the most kaput relationships. We explore the magical world of massages...


Benefits of a sensual massage!

"People may find it hard to believe, but a simple back and head massage done with lukewarm coconut oil, has brought about a deeper connection than any solitaire, car, fancy dinner or vacation can ever achieve," shares Deepshikha Roy, a 32-year-old boutique owner.


Undeniably, lovers who touch and touch share a much closer bond than those who don't. The simple act of hand holding, regular cuddling outside the sexual ambit builds an eternal bond between two people. "Couples who habitually engage in non-sexual, physical contact miss their partners more when they are apart. Massage is the ultimate way of conveying your feelings to your partner. Mastering the methods and techniques of this intimate act improves your relationship. It doesn't always have to lead to a sexual encounter, it can be a way to communicate your feelings for one another with the sense of touch we all need in our lives," explains Dr. Rishabh Batra, a clinical psychologist.

Agrees Sidharth Makhija, a 37-year-old business consultant, "We all know that quality time is one of the building blocks of a lasting relationship. Sensual massage is pleasing on many levels. It ignites the flames of desire and allows you to express your love and devotion. I have read about the impacts of massages on the Internet, and ever since I have started practicing it, my intimate relationship is blossoming and flourishing like never before."


Making way for great sex

Sensual massages are often a great way to express your feelings, without words, to your partner telling them just how much they mean to you. A sensual and sexual massage creates the perfect mood for a night of passion.



Rahul Jain, a 28-year-old lawyer, says, "A sexual massage actually tells your mind and body to relax. However, since it is a sexual massage, sexual tension is omnipresent, making for a night of great sex!"



 

Surprise your man with sex toys!

Surprise your man with sex toys!

He might not have ever revealed, but your man definitely craves for something unusually seductive that pushes his passion-buttons the right way! So, what are you waiting for, we bring to you 6 sexual highs that he always craves for... 


  1. Listening
Some men are curious about all kinds of sex, while others are overtly conservative. Some however are just not sure of the specific sex moves they want to ask for. If your guy looks bored with the sex you're having it's probably because he's a bit bored. So the hottest thing you could ever do is to tell a man that he is free to ask you for anything. Even if you choose not to do what he's asking for, your guy will love that you listened and tried to understand and this is sure to turn him on.


2. Toys
Men have a love-hate relationship with your sex toys. While most men are convinced that these gadgets take the pressure off male sex performance, all dudes realise that they don't have long-lasting batteries like these machines. But what your guy may not be telling you is that he loves watching you use. So, what's stopping you from starting off a steamy sex romp? Get down and dirty and watch your man watch you get playful with your favourite sex toy! It will blow his mind.

3. Porn watching
All men dig porn, now here's how you can be part of the brat pack. Watch porn together on a steamy night. Your guy is bound to get aroused watching you becoming out-of-control sexcited at the sight of male porn actors. Men also fantasise about their babe mimicking the woman in the porn flick. So, get into some serious role play and scale new heights of desire.

4. Surprise them
Most men love to be pampered and caught off guard. So, why not service your man's fantasy by organising a match night where he's watching his favourite cricket match with you alone. Pour him a chilled beer, massage his back and shoulders with your hands and whisper sweet nothings in his ears. Don't jump into the sack right away. Stimulate his mind, sit on his lap and kiss him all over the body. The girlie make out session will have him charged up in bed later.


5. Fantasise
All men share kinky fantasises of making indulging in role play or being dominated with whips and chains in true bondage style. Now, instead of shunning his kinky desires - give them a concrete shape by participating in them. Catch your man by surprise clad in a leather cat suit, tie him to the bed post and allow him to live out his wildest sexual thrills!


6. Cross Dressing
Men wear trousers and a shirt. Everything else is just a variation of the same dress code. Why not raid his wardrobe and get in touch with your androgynous side. Put on his shirts, spray his strong manly scent and seduce him. And if your man wants to try on your lacy lingerie - don't say no, fun lies in experimentation afterall.



 

साड़ी में नारी ....photo fever

कौन न मर जाए इस सादगी पे ये ख़ुदा ....
बहारों की मलका ...
मौसम बदल जाए दिल का ..
आरे ..प्रीतम प्यारे ,,
नंगी तो हर हाल में  नंगी ...


सेक्सः स्त्रियां भी तोड़ें नियम

सेक्सः स्त्रियां भी तोड़ें नियम 

सेक्स दांपत्य जीवन का एक अहम हिस्सा है, मगर कई बार कल्पनाशीलता के अभाव में यह उबाऊ भी हो सकता है। इसका नतीजा सामने आता है पहले सेक्स के प्रति उकताहट के रूप में और फिर यह आपसी संबंधों में आई नीरसता में बदल जाता है। यह सुनने में अजीब लग सकता है मगर उकताहट भरा सेक्स अक्सर दांपत्य जीवन को भी उकताहट भरा बना देता है। इतना ही नहीं पति-पत्नी के बीच की आपसी समझदारी पर भी इसका असर देखा जा सकता है। इसका असर इतना गहरा होता है कि सेक्स विशेषज्ञ कहते हैं कि आम जीवन में पति-पत्नी के बीच बातचीत और उनके तौर-तरीकों को देखकर बताया जा सकता है कि उनकी सेक्स लाइफ कैसी है।


बदलते दौर में स्त्रियां

बदलते दौर ने हर जगह स्त्रियों की भूमिका को बदला है। गौर करें तो अब घर के तमाम अहम फैसले पत्नियां ही करने लगी हैं। रात को डिनर में क्या बनेगा से लेकर ड्राइंगरूम की सजावट, कार का मॉडल और बच्चों के लिए कौन सा स्कूल बेहतर रहेगा... अक्सर स्त्रियां ही तय करने लगी हैं। बाहरी जीवन में आए इस बदलाव का असर शयनकक्ष पर भी पड़ा है। पहले के मुकाबले सेक्स में उनकी सक्रियता बढ़ी है। बदलते समय के साथ पुरुषों न सिर्फ इस बदलाव को स्वीकार किया है बल्कि वे इसे सकारात्मक तौर पर लेने लगे हैं।

पत्नियों की भूमिका बदली


गौर करें तो रूटीन सेक्स लाइफ को दिलचस्प बनाने की जिम्मा अब सिर्फ पति पर नहीं डाला जा सकता। स्त्रियां अपनी सेक्सुअलिटी और सेक्स इच्छाओं के प्रति जागरुक हो रही हैं। सेक्स भी उनका पैसिव रोल नहीं रह गया है, अब वे इसमें बराबर की भागीदार हैं। यहां सेक्स एक्सपर्ट्स के उन सुझावों पर एक नजर डालेंगे जिन्हें वे खास तौर पर आज के दौर की स्त्रियों को ध्यान में रखकर देते हैं।

नियम बनाएं नहीं नियम तोड़ें

सेक्स एक्सपर्ट्स की सबसे जरूरी सलाह यह है कि सेक्स लाइफ को दिलचस्प बनाने का कोई नियम नहीं है। बल्कि वे बेडरूम में बिताए क्षणों को सुखद बनाने के लिए नियम बनाने की जगह नियम तोड़ने पर ज्यादा जोर देते हैं। उनका मानना है कि पत्नियों का नियम तोड़ना दंपति की सेक्स लाइफ में एक नई ऊर्जा भर देता है। आइये देखें वो कौन से नियम हैं जिन्हें तोड़ने का साहस कभी-कभार हर पत्नी को करना चाहिए।

अनावृत होने से डरें नहीं

आम तौर पर शादी के कुछ साल बाद सेक्स को तमाम कामों की तरह फटाफट निपटाने पर ज्यादा जोर दिया जाने लगता है। इसका सबसे पहला असर यह होता है कि पत्नियां पूरी तरह से अपने कपड़े उतारने से डरती हैं। उन्हें यह भी डर होता है कि ऐसी स्थिति में परिवार के किसी सदस्य ने बुला लिया तो? फिलहाल यहां एक्सपर्ट्स की राय मानें और कभी-कभार पति के सेक्सी मूड को देखते हुए उऩ्हें अपने शरीर के उतार-चढ़ाव से खेलने का पूरा मौका दें। यह स्त्रियों में अपनी सेक्सुअलिटी के प्रति आत्मविश्वास पैदा करेगा।

फोरप्ले को नजरअंदाज न करें

सेक्स में फोरप्ले की भूमिका को नजरअंदाज न करें। इसे महज एक शारीरिक क्रिया में न बदल दें। दरअसल फोरप्ले ही पति-पत्नी मे आपसी संवाद और समझदारी बढ़ाता है। यह आपके सेक्स को ज्यादा उत्तेजक, उत्साह से भरा बनाता है। देर तक आपके भीतर उसकी सिहरन बरकरार रहती है। इतना ही नहीं यह आपकी व्यस्त दिनचर्या से आपके मन-मस्तिष्क को बाहर निकालता है, आपको ज्यादा फ्रेश और ज्यादा उर्जा से भरा हुआ बनाता है।

मल्टीपल आर्गेज्म आजमाएं

मप्लीपल आर्गेज्म के बारे में स्त्रियों ने सुना तो बहुत होता है मगर उसके व्यावहारिक रूप के बारे में उन्हें कुछ भी पता नहीं होता है। शोध बताते हैं कि आर्गेज्म के बाद भी स्त्रियों की योनि में देर तक उत्तेजना बनी रहती है। यानी आपका शरीर तृप्ति के बाद भी सहवास की मांग करता रहता है। अक्सर संसर्ग के बात दंपति एक-दूसरे से अलग हो जाते हैं और इस सुख से वंचित रह जाते हैं। तो यह नियम तोड़ने के लिए जरूरी है कि सहवास खत्म होने के बाद भी प्रेम करना जारी रखें। आपके पति को दोबारा तैयार होने में थोड़ा वक्त लगेगा। फोरप्ले को दोबारा किया जा सकता है। अपने साथी से नाजुक अंगों को दोबारा सहलाने को कहें। आप दोबारा ज्यादा मादकता से भरे सुख को पाने के लिए तैयार होंगी।

अंधेरे की आजादी

अंधेरा आपके सेक्स व्यवहार को एक नई आजादी देता है। आप तौर पर दंपति सेक्स के दौरान तेज रोशनी नापसंद करते हैं। मगर इस बार धीमे नाइट लैंप को भी आफ कर दें। अंधेरे में एक-दूसरे के शरीर के स्पर्श को महसूस करें। एक-दूसरे की सांसों के उतार-चढ़ाव और कानों में गूंजती फुसफुसाहट और अस्फुट आवाजें आपके लिए एक नया अनुभव होंगी...


सेक्सुअल फैंटेसी शेयर करें

  महिलाएं अक्सर अपनी सेक्सुअल फैंटेसी शेयर करने से हिचकिचाती हैं। आमतौर पर उन्हें इस बात का भय सताता है कि कहीं पति ने उन्हें गलत समझ लिया तो... मगर यह नियम तोड़ने के लिए भी आपको साहस करना होगा। एक सर्वे के मुताबिक पति न सिर्फ पत्नियों की सेक्सुअल फैंटेसी के बारे में जानने को उत्सुक रहते हैं बल्कि यह उनके भीतर उत्तेजना भी बढ़ाता है। आप उनके लिए सिर्फ एक सेक्स मशीन नहीं बल्कि इच्छाओं से भरी एक बहुआयामी स्त्री के रूप मे सामने आती हैं। तो एक अपनी कल्पनाएं आजमा कर देखें.. उन्हें बताएं कि आपने सपना देखा कि आपके फेवरेट फिल्म स्टार ने आपको गोद में उठा रखा था.. फिर देखिए वे आपकी कल्पनाओं में कैसे पंख लगाते हैं...