Friday 26 October 2012

मुख मैथून

मुख मैथून
वात्‍यायन के कामसूत्र के मुताबिक सहवास करते समय ऐसी कई कलाओं का प्रयोग किया जाता है, जिससे पार्टनर को ज्‍यादा से ज्‍यादा यौन सुख की अनुभूती हो। उन्‍हीं कलाओं में से एक कला है मुख मैथून, हालाकि भारत में इसे पूरी तरह से सही करार नहीं दिया गया है, मगर लोगों का मानना है कि यह सेक्स क्रिया के दौरान सबसे ज्‍यादा सुख प्रदान करने वाली कला है। मुखमैथून के दौरान ज्‍यादातर पुरूष चाहते है उन्‍हें अपने पार्टनर का हर अंग दिखाई देता रहे और घुटने के बल बैठी महिला पार्टनर की दमदार किक का पूरा मजा उसे मिल सके। हम आपको कुछ ऐसे तरीके बता रहे हैं, जिससे सेक्‍स के दौरान मुखमैथुन को और बेहतर बनाया जा सकता है।

इसके लिए सबसे पहले आप अपनी पाटर्नर को पीठ के बल लेट जाने के लिए कहें, हां एक बात का ध्‍यान रखें आपकी पार्टनर को इस तरह लिटाएं जिससे आप अपने मुख द्वारा अधिकतम गहराई का आनंद दे सकें। इस तरीके से जहां आपकी महिला पार्टनर को गहराई से सुख की अनुभूती होगी वहीं आपके पास उसका पूरा कंट्रोल भी रहेगा। मुखमैथुन के दौरान पाटर्नर को सेक्सी रोमांच प्रदान करने के लिये उसकी आंखों से आंखे मिलाएं रखे।

मुखमैथून करते समय आप चाहें तो अपने हाथों का प्रयोग भी कर सकते हैं। इसके लिए अपनी हथेलियो को लिंग के चारों ओर रखें और अपने होठों को उस पर धीमे-धीमे घुमांए इससे आपके पुरूष पार्टनर को सुख की अनुभूती होगी। मुख मैथून करते समय कुछ पुरूषों को अपना हाथ सिर के पीछे रखते है इससे वे कठोर मैथून करना चाहते है, अगर आपको इस से कोई भी तकलीफ हो तो बेहिचक अपने पुरूष पार्टनर को बता दें।

मुखमैथून के दौरान अपनी महिला पार्टनर की सिसकियों को ध्‍यान से सुने और ध्‍यान दें उसे क्‍या ज्‍यादा पसंद आ रहा है। जब महिला मुख मैथुन कर रही हो तब हो सकता है उस महिला की उंगलियां पुरूष के अन्‍य अंगों को सहला रहीं हों।

अगर आप चाहें तो उस दौरान महिला का हाथ अपनी पसंद की जगह पर रख सकते हैं। कुछ लोगों को मुख मैथून के दौरान लिंग मुख में ज्‍यादा अंदर तक ले जाना पसंद होता है। इसके लिए मुख के तालू को ऊपर उठा कर मुख मैथून करें इससे लिंग को ज्‍यादा अंदर जाने के स्‍पेस मिल जाता है।

मुख मैथून के दौरान एक बात का विषेश ध्‍यान रखें कि कुछ का लिंग काफी बड़ा होता है, जिससे हो सकता है महिला पार्टनर को दिक्‍कत हो सकती है। इसलिए मुख मैथून के दौरान कोई जबरजस्‍ती न करें।

संभोग के लिए कैसे उत्‍तेजित करें पुरूष को

संभोग के लिए कैसे उत्‍तेजित करें पुरूष को

 
अगर आप की सेक्‍स लाइफ आज कल ठीक नहीं चल रही है। या‍ फिर आप अपने पार्टनर को पुरी तरह सेक्‍स का मजा नहीं दे पा रही है तो यह लेख आपकी पूरी मदद करेगा। जैसा कि हम आपको अपने पूर्व के लेखों में बता चुके है क‍ि सेक्‍स एक कला होती है, और अपने सेक्‍स लाइफ को शानदार बनाने के लिए आपको समयानुसार सेक्‍स के तरीकों को परिवर्तन भी करतें रहना चाहिए। इससे आपका साथी कभी भी बोर नहीं होगा और आप एक स्‍वस्‍थ सेक्‍स लाइफ का आनंद उठायेंगी।

संभोग के दौरान बहुत सी ऐसी चीजें है जिनका प्रयोग कर आप अपने साथी को पूरी तरह उत्‍तेजित कर सकती है। बस जरूरत है उन नुस्‍खों को जानने की। बिस्‍तर पर हमेशा इस बात का ध्‍यान रखना चाहिए कि कोई भी ऐसा काम न करें जो कि आपके साथी को पुराना या फिर बुरा लगे। हम आपको यहां पर उनमें से कुछ नुस्‍खों के बारें में बताऐंगे जिनका प्रयोग कर अपनी सेक्‍स लाइफ को और भी शानदार बना सकती है।

पुरूष को कैसे करें उत्‍तेजित:
होठों का प्रयोग: एक स्‍त्री का होंठ उसकी कामुकता का सबसे बड़ा हथियार होता है। यदि होठों का सही प्रयोग स्‍त्री संभोग के दौरान करें तो मर्द पूरी तरह उत्‍तेजित हो सकतें है। बिस्‍तर पर पुरूष के होठों को अपने होठों से रगड़े और धीमें-धीमें अपने दोनों होठों से साथी के निचले होंठ को दबाऐ और बहुत ही प्‍यार से उन्‍हे चुमना शुरू करें। ध्‍यान रहें यदि आप इस दौरान अपने होठों पर लिपस्‍टीक आदी का प्रयोग करती है तो आपके साथी को और भी अच्‍छा लगेगा।
बॉडी लैंग्‍वेज: बॉडी लैंग्‍वेज किसी भी काम के शुरूआत के लिए बहुत ही मायने रखता है। तो संभोग से पूर्व अपका बॉडी लैंग्‍वेज ऐसा होना चाहिए जैसे कि आप प्‍यार करने के लिए बेचैन हो और अपने साथी को खूब प्‍यार करना चाहतीं है। बिस्‍तर पर एक स्‍त्री अपने शरीर में जितना लचक पैदा कर सकती है उतना ही ज्‍यादा पुरूष को आनंद मिलता है। अपने शरीर को उस हिसाब से पुरूष के सामने पेश करें जिससे आपके साथी उत्‍तेजित हो और प्‍यार करने के लिए बेचैन हो जाये।

प्रदर्शन: प्रदर्शन संभोग को और भी रोचक और मजेदार बना देता है। संभोग से पूर्व आप ऐसे कपड़ो को पहने जिससे कि आपके शरीर का ज्‍यादा से ज्‍यादा अंग आपके साथी के सामने प्रदर्शित हो। इस दौरान आप यदि कोई छोटी ड्रेस का चयन करती हैं तो ध्‍यान रहें कि आपके शरीर का उभार अपने कपड़ो से साफ झलकता हो विशेषकर ऐसे अंग जो कि पुरूष को सबसे ज्‍यादा आकर्षित करतें है। डीप वी नेक की टॉप का प्रयोग कर सकती है जो कि आपके स्‍तन विवर को एक शानदार लुक देंगे और साथी को आ‍कर्षित करेंगे।

बालों के साथ खेलना: जिस तरह से आप अपने होठों के प्रयोग से अपने साथी को उत्‍तेजित कर सकती है ठीक उसी प्रकार से आप अपने बालों से भी अपने साथी को पूरी तरह उत्‍तेजित कर सकती है। आपको बता दें कि पुरूषों को भीगें बाल बहुत पसंद होतें है। सेक्‍स के दौरान जब स्‍त्री के भीगें बालों से पानी की बूंदे पुरूष के कंधों पर गिरती है पुरूष और भी कामुक हो जातें है। आप अपने बालों से साथी के चेहरे और शरीर के अन्‍य अंगो पर स्‍पर्श देकर इस क्रिया को और भी आनंद से भरपूर कर सकती है।
 

Thursday 25 October 2012

दर्द से कामुकता का अनोखा रिश्ता!

दर्द से कामुकता का अनोखा रिश्ता!

चुंबन इतनी ज़ोर से लेना कि दम घुट जाए, हाथों को बांधकर शरीर को पूरे नियंत्रण में ले आना और फिर जो चाहे करना, मारना कभी चांटों से, कभी चाबुक से, कभी चमड़े की बेल्ट से, यहां तक कि पॉलिथीन से मुंह को ऐसे दबाना कि सांस रुक-सी जाए, लेकिन पम्मी को ये सब कामोत्तेजक लगता है. पम्मी के मुताबिक संभोग के दौरान एक-दूसरे को नोचने या दांत से काटने जैसे अनुभव से ये कहीं आगे है, क्योंकि ये दर्द के लेन-देन और ताकत की अभिव्यक्ति का अनोखा खेल है जो कामुकता को एक नए मुकाम तक ले जाता है. इस जीवनशैली में एक शख्स ‘डॉमिनेन्ट’ यानी हावी होता है और दूसरा ‘सबमिसिव’ यानी अधीन. पहले का हक है अपना ज़ोर आज़माना और दूसरे की ज़िम्मेदारी है उस शक्ति प्रदर्शन को बर्दाश्त करना. एक निजी कंपनी में काम कर रहीं 28 वर्षीय पम्मी कहती हैं, “हम अधीन रहना पसंद करते हैं, इस तरह के बर्ताव से हमें दर्द नहीं होता, बल्कि हम आनंद लेते हैं और हमारे पार्टनर को हर वक्त ज़िम्मेदारी से सोचना होता है कि कहीं हद पार ना हो जाए और हमें चोट न लगे.”
 
शक्ति इतनी की रोमांच हो, पर चोट न लगे : ‘बीडीएसएम’ के नाम से जानी जाने वाली ये जीवनशैली पम्मी की ही पसंद नहीं है, 48 वर्षीय जया भी दो साल से अपने जीवन को ऐसे ही जी रही हैं. जया पिछले 28 वर्षों से महिलाओं के मुद्दों पर काम कर रही हैं और यौन हिंसा के खिलाफ हैं, लेकिन अपने जीवन में ऐसे यौन संबंध को गलत नहीं मानती. जया कहती हैं, “यह हिंसक नहीं है, बल्कि यह जीवनशैली बहुत अलग है, क्योंकि इसका नियम तय है - ज़ोर-आज़माइश आप तभी कर सकते हैं जब दोनों की रज़ामंदी हो - यानी शक्ति का इस्तेमाल उतना जो रोमांच दे, पर चोट न पहुंचाए.” पम्मी के मुताबिक तो जिस्मानी रिश्ते का ये रोमांच उनकी रूहानी ज़रूरतें भी पूरी करता है. दरअसल पम्मी समलैंगिक हैं और खुद को मर्दाना मानती हैं, लेकिन अपने रिश्ते में वो ‘नाचीज़’ होना पसंद करती हैं, “दुनिया मुझे एक मर्द की तरह हमेशा ताकतवर देखना चाहती है, लेकिन जब अपने रिश्ते में मैं खुलकर अपनी पार्टनर को खुद पर हावी होने देती हूं तो ये मुझे अपनी कोमल स्त्रियोचित भावना को ज़ाहिर करने की आज़ादी देता है.” पम्मी की जीवनसाथी सारा बताती हैं कि शक्ति का प्रदर्शन सिर्फ संभोग के समय ही काम नहीं करता, अगर युगल चाहे तो ये चौबीसों घंटे झलक सकता है. उदाहरण के तौर पर सारा कहती हैं, “पैर धोना, पैरों पर गिरकर पूजा करना, कपड़े मेरी पसंद के ही पहनना, खाना खाने से पहले या शौचालय तक
 ज़ोर-ज़बरदस्ती या रज़ामंदी?:भारत के जाने-माने सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर नारायण रेड्डी बताते हैं कि इस जीवनशैली से जुड़े लोग उनके पास भी आते रहे हैं, हालांकि ये पिछले 20 सालों में उनके पास आए कुल मरीज़ों का एक फीसदी ही होंगे. उन्होंने कहा कि उनके पास आए मरीज़ों में से ज़्यादातर की उम्र 30 से 50 वर्ष के बीच रही है और ये मध्यम या उच्च वर्ग के परिवारों से थे. डॉ. रेड्डी के मुताबिक उनके पास जो मरीज़ आए, वो तो अपने पार्टनर की शिकायत लेकर आए - सिगरेट से जलाना, दांत से काटना, सुंई चुभोना, चेन से बांधना, कुत्ते का पट्टा बांधकर घुमाना, नीचा दिखाना - यानि एक व्यक्ति इस तरह की जीवनशैली की चाहत रखता था, और दूसरे को ये नापसंद थी, और इसलिए वो उनके पास मदद मांगने आए. डॉ रेड्डी कहते हैं, “किसी रिश्ते में काम उत्तेजना अगर सिर्फ चोट या दर्द पहुंचाने से ही पैदा हो तो उसे ‘सेक्सुअली प्रोब्लमाटिक बिहेवियर’ कहेंगे, क्योंकि ये लंबे दौर में परेशानी पैदा कर सकता है,
 
 शुरू में इसका नयापन रोमांच पैदा कर सकता है लेकिन कुछ समय में ये शारीरिक दर्द पैदा कर सकता है और मानसिक तौर पर भी चोटिल कर सकता है.” डॉ रेड्डी ये भी सवाल पूछते हैं कि असल ज़िन्दगी में अपने जीवनसाथी की ऐसी चाहत हां या ना कहने की स्वतंत्रता असल मायने में कितने लोगों को होती है? पम्मी, सारा, जया और उनके दोस्तों के मुताबिक वो इन शंकाओं से भली-भांति वाकिफ़ हैं, इसीलिए करीब एक साल पहले उन्होंने इस जीवनशैली के बारे में जानकारी बढ़ाने के लिए एक संगठन बनाया – ‘द किंकी कलेक्टिव’. जाने से पहले अनुमति लेना, औरों के सामने उसे नीचा दिखाना ये भी इस जीवनशैली का हिस्सा है
 
 
‘द किंकी कलेक्टिव’: बीडीएसएम जीवनशैली विश्व के कई देशों में अब कोई छिपी बात नहीं है, लेकिन भारत में इसकी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से ही फैली है. इस विचारधारा के लोग और साथियों को ढूंढने में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों का प्रयोग करते हैं. इस जीवनशैली पर बहस और जानकारी के लिए न कोई आम चर्चा का मंच है, न ही माहौल. जया के मुताबिक इसी कमी को दूर करने के लिए उन्होंने यह संगठन बनाने फैसला किया. इसके ज़रिए वह मानसिक रोगों की पढ़ाई कर रहे छात्रों, मानवाधिकार सम्मेलन, महिलाओं के मुद्दों पर काम कर रहे आंदोलनकारियों वगैरह के बीच अपनी बात रख चुकी हैं.
 
सारा बताती हैं, “हमारा मकसद यह भी है कि इस जीवनशैली को अपना रहे लोगों को बता सकें कि इसके अपने कायदे-कानून हैं, मसलन, रज़ामंदी कितनी ज़रूरी है और ताकतवर को ज़िम्मेदार होना आवश्यक है.” कामसूत्र समेत भारत के पौराणिक ग्रंथों में कामुकता का अध्ययन कर कई किताबें लिख चुकी संध्या मूलचंदानी इस जीवनशैली से परिचित हैं. वे कहती हैं, “हमारे ग्रंथों में तो ऐसी जीवनशैली का कोई विशिष्ट उल्लेख नहीं है, लेकिन इनका लहज़ा आलोचनात्मक नहीं है, बल्कि इन ग्रंथों की विचारधारा बहुत उदारवादी है यानी मानव-व्यवहार में हर तरह की आज़ादी देनेवाली.” हाल ही में छपी बीडीएसएम जीवनशैली पर आधारित किताब, ‘फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे’ का उल्लेख देते हुए संध्या कहती हैं कि इस किताब को पढ़ने को लेकर उत्सुकता इस बात का सूचक है कि इस बारे में जानने और परखने की चाहत है, जिसे रोकना नहीं चाहिए. ‘द किंकी कलेक्टिव’ के सदस्यों का मानना है कि जैसे महिलाओं के समान अधिकारों या समलैंगिकों की पहचान से जुड़े मुद्दे शुरुआत में असहज लगते थे, उसी तरह इस जीवनशैली के बारे में भी लोगों के मन में संवेदनशीलता आने में समय लगेगा. लेकिन क्या भारत के परिवेश में समाज इन सभी मुद्दों को एक तराज़ू पर रख पाएगा? (कुछ लोगों के नाम बदले गए हैं.)
 

पत्‍नी के नितम्ब पर चुम्बन ने अदालत में पहुँचाया

पत्‍नी के नितम्ब पर चुम्बन ने अदालत में पहुँचाया



अपनी पत्‍नी के नितम्ब पर लिए गए चुम्बन ने एक व्‍यक्ति को अदालत के कटघरे में खड़ा कर दिया। आस्‍ट्रेलिया के एक समाचार पत्र द मरकरी के मुताबिक यह बेरोजगार व्यक्ति पिछले साल जून में अपनी पत्नी के घर दारू पीकर पहुँच गया था। वहाँ उसने नशे की हालत में उसके नितम्बों पर चुम्बन कर दिया।
दरअसल यह 48 वर्षीय व्यक्ति अपनी पत्नी से बात करने गया था। वो बिस्तर पर उल्टी लेटी हुई थी। इस व्यक्ति ने उससे दो बार पलटने के लिए कहा। जब वो नहीं पलटी तो वो उसके ऊपर चढ़ गया और उसके कपड़े उतारकर उसके नितम्बों पर ही चूम लिया।
जब इन दोनों के बच्चे अचानक कमरे में पहुँच गए तो महिला ने कहा कि उसके साथ बदतमीजी हो रही है। इस पर आरोपी ने अश्लील टिप्पणी कर दी।
महिला ने अपने पति की इस हरकत पर उसके खिलाफ मामला दर्ज करा दिया।
आरोपी की वकील ने कोर्ट में कहा कि वो तो सिर्फ अपनी तनावग्रस्त पत्नी का हौसला बढ़ाना चाहता था। हालांकि यह भी सच है कि वो हद से आगे बढ़ गया था।
इस मामले ने जज को भी पशोपेश में डाल दिया है। मामला देख रही जज ओलिविया मैकटैगार्ट ने कहा कि वो कोई भी फैसला सुनाने से पहले इस तरह के अन्य मामलों का अध्ययन करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि इस मामले में हिरासत ही सही सजा होगी।

नंगी होकर करती है मर्दों का इलाज

नंगी होकर करती है मर्दों का इलाज

न्‍यूयॉर्क की एक महिला मनोचिकित्‍सक पुरुष मरीजों का इलाज करने के लिए नंगी हो जाती है। वह न्‍यूड थेरेपी के जरिए मर्दों की यौन कुंठा को बाहर निकालती है। उसका कहना है कि वह दुनिया के महान चिकित्‍सक फ्रायड की थ्‍योरी के अनुरुप इलाज कर रही है।
24 वर्षीय सराह व्‍हाइट मरीजों का इलाज करने के लिए न्‍यूड थेरेपी का इस्‍तेमाल करती हैं। इस थैरेपी के तहत वह मरीज का इलाज करते हुए नंगी हो जाती है।
उसका कहना है कि ऐसा करके वह पुरुषों के मन में दबी हुई यौन इच्‍छाओं को बाहर निकालने में कामयाब होती है। लेकिन यह चिकित्‍सा वह ऑनलाइन करती है। वह मरीजों के इलाज के लिए वेबकैम का इस्‍तेमाल करती है। उसका कहना है कि वह इस थैरेपी के माध्‍यम से मरीजों से शीघ्र एक अंतरंग रिश्‍ता स्‍थापित कर लेती हैं, जिससे वह खुलकर अपनी कुंठाओं को व्‍यक्‍त कर पाते हैं।
उसका कहना है कि वह मनोचिकित्‍सा के जन्‍मदाता फ्रायड की फ्री एसोसियशन थ्‍योरी की तरह न्‍यूड थैरेपी का इस्‍तेमाल करती हैं। मरीजों को यह थैरेपी काफी पसंद आ रही है। वह एक सेशन की कीमत 7000 रूपए लेती है। इस थैरेपी के माध्‍यम से वह अब तक 25 लोगों को ठीक कर चुकी हैं।

वीर्य निकालेगी मशीन

 वीर्य  निकालेगी मशीन

वीर्य दान का शौक ज्यों-ज्यों बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इसे आसान बनाने के लिए नई-नई तकनीकें खोजी जा रही है। चीन के एक हॉस्पिटल ने इसी दिशा में काम करते हुए वीर्य निकालने के लिए 'हैंड्स फ्री' मशीन का इस्तेमाल शुरू किया है। इस मशीन की सहायता से दानी के वीर्य को बिना हाथों का इस्तेमाल किए, आसानी से निकाला जा सकता है।
चीन के सोशल प्लेटफॉम वीबो के मुताबिक इस ऑटोमैटिक स्पर्म एक्सट्रैक्टर का इस्तेमाल जिआंगशू प्रांत के नानजिंग हॉस्पिटल में किया जा रहा है। मशीन को बेच रही वेबसाइट पर इसकी कीमत 2,800 डॉलर बताई जा रही है। दावा किया जा रहा है कि इस मशीन से वीर्य निकालना देने वालों के लिए के लिए आसान भी होगा और उन्हें आनंद का अनुभव भी होगा।
हॉस्पिटल के यूरोलॉजी विभाग के निदेशक ने बताया है कि हैंड्स फ्री एक्सट्रैक्टर का प्रयोग ऐसे दानी कर सकेंगे जिन्हें स्पर्म डोनेशन का पुराना तरीका पसंद नहीं है।
ऐसे काम करती है मशीन

हैड्स फ्री स्पर्म एक्सट्रैक्टर मशीन में सामने की ओर एक मसाज पाइप लगी हुई है। पाइप को डोनर्स की हाइट के मुताबिक एडजस्ट किया जा सकता है। इस मशीन में स्पीड,
फ्रिक्वेंसी और तापमान को भी नियंत्रित किया जा सकता है। मशीन के ऊपरी हिस्से में एक स्क्रीन लगाई गई है, जिसकी सहायता से दानी एक्सट्रैक्शन की प्रक्रिया को देख सकते हैं।

दो योनि वाली महिला हेज़ल जोन्स

दो योनि वाली महिला हेज़ल जोन्स



यह कुदरत का करिश्मा नहीं तो और क्या है कि ब्रिटेन की हेजल जोन्स दो योनियों के साथ पैदा हुई। अब तक की जानकारी में यह दुनिया का पहला मामला है जहाँ एक औरत की एक की जगह दो योनियाँ (vagina) हैं। हेजल की दोनों योनियाँ पूर्ण विकसित हैं, सेक्स के लिए उपयुक्त भी। शादीशुदा हेजल कहती है, आम महिलाएँ जहां एक बार अपना कौमार्य खोती हैं, वहीं मैंने दो बार अपना कुंवारापन अपने पति को दिया है, इसकी मुझे और मेरे पति दोनों को खुशी है।
ब्रिटेन की इस महिला में शारीरिक दोष के कारण पूरी तरह विकसित दो योनियाँ हैं।

हेजल को अपने इस शारीरिक दोष पर कोई शर्मिदगी नहीं है।
वहीं हेजल के पति रिकी का कहना है कि हेजल की इस शारीरिक बनावट से उसे भी कोई समस्या नहीं है बल्कि हेजल की शारीरिक बनावट उसे दूसरों से अलग बनाती है।
हेजल के मुताबिक उन्हें अपने इस शारीरिक दोष के बारे में किशोरवस्था में पता चला।
इस महिला को एक नग्न फ़िल्म निर्माता ने दस लाख डॉलर की पेशकश की जिसे इस महिला ने ठुकरा दिया।

पत्नी के गुप्तांग में मिर्च रगड़ी

दरिंदे पति ने भाइयों के साथ मिलकर पत्नी के गुप्तांग में मिर्च रगड़ी



उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के माल थाना क्षेत्र में अवैध संबंधों का आरोप लगाकर एक पति ने अपनी पत्नी के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दीं। उसने अपनी पत्नी को बल्ली से उल्टा लटकाकर जमकर पीटा, फिर अपने भाइयों के साथ मिलकर उसके गुप्तागों में मिर्च रगड़ दी।
आरोप है कि ये लोग महिला के बाल काटने के बाद उसे मारने की तैयारी कर रहे थे कि अचानक महिला किसी तरह वहाँ से भाग निकली। पुलिस ने रात को हुई इस वारदात को लेकर सुबह एफआईआर दर्ज कर ली और अपराधियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
महिला को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया है।
इस मामले में माल पुलिस ने कार्रवाई करने में ढिलाई बरती, जिसके चलते एसएसपी (लखनऊ) आरके चतुर्वेदी ने एसओ (माल) जगदीश यादव को लाइन हाजिर कर दिया है, जबकि दारोगा सत्यदेव सिंह और बीट के सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। महिला ने अपनी तहरीर में बताया कि वह अपने पति शिवकुमार रावत और चार बच्चों के साथ केड़ौरा गांव में रहती है।
शिवकुमार, उसका भाई रामू और शिवबरन अवैध कच्ची शराब बनाकर बेचते हैं। इसी को लेकर उसमें और शिवकुमार में विरोध था। काफी कोशिश के बाद भी जब शिवकुमार ने धंधा बंद नहीं किया, तो वह मायके चली आई। यहाँ 28 सितम्बर को वह बहनोई पप्पू के साथ फिर से ससुराल लौट आई।
बुधवार रात उसका शिवकुमार से फिर झगड़ा हुआ। इस दौरान शिवकुमार ने महिला पर आरोप लगाया कि उसका मायके में कई लोगों से अवैध संबंध हैं। इसके बाद शिवकुमार अपने चारों बच्चों को गांव में ही अपने पुराने घर छोड़ आया और वहाँ से आकर उसने पत्नी को मारना-पीटना शुरू कर दिया। घर में ही टीन शेड के पास बल्ली से उसे उल्टा लटका दिया और मारने लगा।
इस दौरान शिवकुमार के दोनों भाई रामू और शिवबरन भी आ गए। इन तीनों ने मिलकर उसके गुप्तांग में मिर्च रगड़ दी और कहने लगे कि इसके बाल काटकर हत्या कर देंगे और लाश नहर में फेंक देंगे। इसी दौरान शराब खरीदने के लिए एक शख्स घर आ गया। शिवकुमार और दोनों भाई उससे मिलने के लिए बाहर चले गए, तभी मौका देखकर वह वहाँ से भाग निकली।
यहाँ से वह पड़ोस के एक घर पहुँची, जहाँ पड़ोसी ने उसके हाथ में बंधी रस्सी खोली। तभी शिवकुमार वहाँ आ पहुँचा और उसने फिर मारपीट शुरू कर दी। आखिरकार पड़ोसियों ने शिवकुमार का विरोध किया और महिला को गाँव में ही रहने वाले उसके मौसा के यहाँ भेज दिया। फिलहाल महिला का पति अपने दोनों भाइयों के साथ फरार है।

संभोग के दौरान नाखूनों की खरोंचें

संभोग के दौरान नाखूनों की खरोंचें


आचार्य वात्‍स्‍यायन ने कामसूत्र में नखक्षेद अर्थात संभोग के दौरान नाखूनों से खरोंचने और इसमें निहित उसकी उद्दाम काम भावना का वर्णन किया है। वात्‍स्‍यायन का मत है कि कामवासना जब उफान पर होती है तो स्‍त्री-पुरुष उत्‍तेजनावश एक-दूसरे को नोचने-खसोटने से बाज नहीं आते। स्‍त्री की उत्‍तेजना और उसका लज्‍जाजनक स्‍वभाव उनके नाखूनों की तेज खरोंच और गहरे दबाव से पता चल जाता है। पुरुष भी अधिक उत्‍तेजना में अपने नाखूनों व दांतों का प्रयोग करता है।
संभोग जब उफान पर होता है और स्‍त्री-पुरुष चर्मोत्‍कर्ष की ओर बढ़ रहे होते हैं तो उनका एक-दूसरे में समा जाने का भाव बढ़ता चला जाता है। नाखून एक-दूसरे के शरीर में धंसते चले जाते हैं। बाद में दोनों जब अपने इस निशान को देखते हैं तो उनके अंदर फिर से काम वासना भड़क उठती है। प्रेम और काम की बारंबारता के लिए ऐसे निशानों को आचार्य वात्‍स्‍यायन ने जरूरी कहा है।
पुरुष और स्त्रियों द्वारा किन अंगों पर नाखून गड़ाने चाहिएँ-

* संभोग की तीव्र उत्‍तेजना के क्षण में स्त्रियां अक्‍सर पुरुष की पीठ पर अपने नाखून का निशान बनाती हैं। वह चरमोत्‍कर्ष के समय विह्वल हो उठती है और आनंदविभोर होकर पुरुष की पीठ, गर्दन, कंधे पर अपने नाखूनों को धंसाती चली जाती है। कान और होंठ पर भी वह नाखून व दांत का निशान बनाने से नहीं चूकती।
* वहीं वासनाग्रस्‍त पुरुष स्त्रियों के स्‍तन, स्‍तन के चुचूक, स्‍तनों के ऊपर की छाती, गर्दन, पेट, जांघ, नितंब, दोनों जांघों के जोड़, पेड़ू और कमर के चारों ओर नाखूनों के निशान बनाता है।
नख-क्षत का विधान-
* आचार्य वात्‍स्‍यायन का मत है कि प्रेम में हमेशा नयापन होना चाहिए ताकि प्रेम कभी पुराना न पड़े। एक-दूसरे के प्रति चाहत हमेशा बरकरार रहे। इसीलिए संभोग के क्षण में नित नए-नए प्रयोग करते रहना चाहिए। नख-क्षत व दांतों के काटने आदि का विधान प्रेम में नयापन लाता है।


* आचार्य का मत है कि परदेस यात्रा या लंबे समय के लिए बाहर जाने से पूर्व पुरुष-स्‍त्री गहरे संभोग में उतरें। उस वक्‍त पुरुष अपनी यादगार के रूप में स्‍त्री की जंघाओं, योनि व स्‍तनों पर तीव्र नाखून का खरोंच लगाना चाहिए। पति के जाने के बाद स्त्रियाँ जब अपने गुप्‍त स्‍थानों पर नाखूनों के निशान देखती हैं तब वह फिर से प्रेम से भर उठती हैं।
लंबे समय तक वियोग रहने के बाद भी ये निशान उन्‍हें उस रात की याद दिलाते हैं और उनका प्रेम एक बार फिर से नया हो उठता है। पत्र और आज के समय मोबाइल या फोन के जरिए दोनों उस रात और उस रात पड़े निशान की आपस में चर्चा कर फिर से उस गुदगुदी का अहसास कर सकते हैं, इससे दूरी भी नजदीकी में बदल जाती है। उनका स्‍पष्‍ट मत है कि यदि प्रेम की याद कराने वाला नख-क्षत नहीं होता तो बहुत समय के लिए बिछड़े हुए प्रेमियों के प्रेम में कमी आती चली जाएगी।
* यदि कोई अपरिचित स्‍त्री दूर से जब पियाप्‍यारी उस स्‍त्री के स्‍तनों के ऊपर छाती या होंठ पर ऐसे निशान देखती है तो वह समझ जाती है कि यह स्‍त्री अपने पिया की कितनी प्‍यारी होगी। हो सकता है उस स्‍त्री को देखकर उस अजनबी स्‍त्री के अंदर वासना भड़क उठे और वह भी अपने दांपत्‍य जीवन में प्रेम के नएपन की ओर अग्रसर हो।

* कोई युवती जब किसी पुरुष के छाती या पीठ पर नाखूनों के ऐसे निशान देखती है तो उसका मन भी चंचल हो उठता है और वह भी अपने प्रेम भरे जीवन में अनोखपन लाने को उतावला हो उठती है।
* आचार्य का स्‍पष्‍ट मत है कि वासना के भड़कने पर संभोग के क्षण में उसकी अभिव्‍यक्ति के लिए नाखूनों से खरोंचने और दांत गड़ाने के अलावा कोई दूसरा रास्‍ता नहीं है। प्रेम का यह प्रकटिकरण स्‍त्री पुरुष को एक-दूसरे के बेहद नजदीक लाता है।
स्‍त्री-पुरुष किस तरह का नाखून रखें-
कामसूत्र में कहा गया है कि जिन स्‍त्री पुरुष की काम वासना तीव्र होती है, उन्‍हें अपने बाएं हाथ के नाखून नोकीले, ताजा कटे हुए, मैल रहित और फटे हुए नहीं होने चाहिए। संभोग का मजा तभी है, जब नाखून नोकीले, चिकने व चमकीले हों।

किस प्रदेश की स्त्रियों के नाखून होते हैं प्रेम के उपयुक्‍त
* आचार्य के अनुसार, गौड़ प्रांत अर्थात मेरठ, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, गाजियाबाद एवं पूर्व प्रदेश बिहार, बंगाल आदि की महिलाओं के नाखून बड़े-बड़े, हाथ की शोभा बढाने वाले एवं देखने में मोहक होते हैं।
* दक्षिण भारतीय नारियों के नाखून छोटे, लेकिन गहरे घाव बनाने लायक होते हैं।

* महाराष्‍ट्र की स्त्रियों के नाखून मझोले होते हैं। महाराष्‍ट्र की महिलाएं संभोग के समय नखक्षत का प्रयोग खूब करती हैं।

पांच के फेर में पति हुआ ढेर

सेक्स की भूखी पत्नियों का अंधेर

ज्यादा बीवियां रखने के कारण एक व्यक्ति को अपनी जान की कुर्बानी देनी पड़ी है। नाइजीरिया के एक अमीर बिजनेसमैन की जान उसकी पांच पत्नियों ने सेक्स सेशन के दौरान ले ली। खबरों के अनुसार उरोको ओनोजा अपनी सबसे छोटी पत्नी के साथ सेक्स कर रहा था कि तभी बाकी की पांच पत्नियां चाकू एवं अन्य हथियारों के साथ आ धमकी और सभी के साथ एक साथ सेक्स करने की डिमांड करने लगीं।
ओनोजा ने अपनी चार पत्नियों के साथ तो सेक्स कर लिया, लेकिन जब पांचवी पत्नी के साथ सेक्स का दौर शुरू हुआ तो उनकी सांसें थम गई।
पिछले हफ्ते घटित इस मामले में दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनपर बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

तलाक के बाद ‘वीर्य’ चुराकर पूर्व पति को बनाया पिता

तलाक के बाद ‘वीर्य’ चुराकर पूर्व पति को बनाया पिता

संयुक्त अरब अमीरात की एक अदालत में अजीबोगरीब मुकदमा सामने आया है। यूएई के एक आदमी ने अपनी पूर्व पत्नी पर शुक्राणु चोरी करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर कर दिया है। इस व्यक्ति का कहना है कि बिना उसकी जानकारी के यह महिला उसके शुक्राणुओं की चोरी कर गर्भवती हो गई।
अबू धाबी के रहने वाले इस आदमी का कहना है कि तलाक से पहले वह और उसकी रूसी पत्नी एक क्लिनिक में चोरी-चुपके प्रजनन उपचार के लिए गए थे, जहाँ पर उसने अपना शुक्राणु संरक्षित करने के लिए दिया था।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार यह व्यक्ति इस बात से नाराज है कि बिना उसकी जानकारी के यह सब कुछ हुआ। इस आदमी ने अदालत से न्याय की मांग की है।
शादी के चार साल के दौरान दोनों एक बच्चे के लिए बेताब थे। यूएई में दो बार प्रजनन उपचार कराने के बावजूद भी उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। दूसरी शादी के बाद रूसी महिला रूस चली गई, जहाँ उसने अपने पति को बिना बताए अपना प्रजनन उपचार करवाया।
फिर जब उसकी पत्नी वापस यूएई आई, तब वह फिर से उसी क्लीनिक में गई और जाली हस्ताक्षर कर शुक्राणु हासिल कर लिया। उसे तलाक देने के चार महीने बाद पता चला कि वह बाप बनने वाला है, वह भी जब उसकी पूर्व रूसी पत्नी ने अपने एक दोस्त को बताया था कि उसने अपना उपचार करवाया है।

Wednesday 24 October 2012

प्रिमेच्योर इजेकुलेशन से बचने के तरीके:

प्रिमेच्योर इजेकुलेशन से बचने के तरीके:
खुद पर विश्वास रखें ा ऐसा सोचें कि यह सब जितना आपके लिए नया है उतना ही आपके पार्टनर के लिए भी है ा हो सके तो दोनों मिल कर इस समस्या का समाधान निकालने की कोशिश करें ा अगर ज़्यादा परेशानी है तो आप डॉक्टरी सलाह भी ले सकते हैं 

  • जब आपको लगे कि अराउज़ल का लेवल बहुत ज़्यादा है तो लम्बी सांसे लें व छोड़ें और कुछ बहुत ही बोरिंग सोचें ा जब आपको लगे कि अराउज़ल का लेवल बहुत कम है तो भी न रूकें ा
  • प्रिमेच्योर इजेकुलेशन से बचने के लिए रूकें और फिर प्रक्रीया शुरू करें ा इस प्रकार सेक्सुअल ऐक्ट का समय बढ़ता है ा
  • जब आपको लगे कि यह प्रक्रिया पूरी होने वाली है तो पेनिस को बाहर निकालें और कुछ देर आराम करें ,इस प्रकार बार बार सेक्स स्टिमुलेशन की प्रक्रीया को लम्बे समय तक करके,सेक्स ऐक्ट का समय बढ़ाया जा सकता है 
  • स्क्वीज़ मेथड से भी प्रिमेच्योर इजेकुलेशन से बचा जा सकता है। इस प्रक्रिया में पुरूष या स्त्री में से किसी एक को पेनिस के अन्तिम भाग को अंत के 10 से 20 सेकण्ड तक तेज़ी से रोके रखना चाहिए ा इस प्रक्रिया में भी लगातार इजेकुलेशन करना चाहिए ा रोकने व शुरू करने की प्रक्रीया को ही स्क्वीज़ मेथड कहते है ा
  • प्रिमेच्योर इजेकुलेशन से बचने के लिए डिसेन्सिटाइजिंग क्रीम का प्रयोग करें ा इस क्रीम का प्रयोग टेस्टीस के अन्तिम भाग को डिसेन्सिटाइज़ करने के लिए किया जाता है ा मोटे कन्डोम भी सेन्सिटिविटी को कम करते हैं और सेक्सुअल ऐक्ट का समय बढ़ाते  हैं ा
  • फोरप्ले से भी प्रिमेच्योर इजेकुलेशन की सम्भावना कम हो जाती है ा
  • सेक्स से पहले अपने पार्टनर को अराउज करें ा कोशिश करें जितना हो सके समय साथ में बितायें और एक दूसरे को मानसिक तौर पर खुश रखने की कोशिश करें ा
  • प्रिमेच्योर इजेकुलेशन से बचने के लिए मास्टर्बेशन ा
  • खुदसे ही तरह तरह के पोज़ अपनायें ा अपने एहसासों को जानें, इनसे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा
याद रखें प्रिमेच्योर इजेकुलेशन से बचने और अच्छे सेक्स में थोड़ा समय लगता है ,यहां वो प्रेक्टिस मेक्स ए मैन पर्फेक्ट स्लोगन बहुत ही सटीक बैठता है ा

  • अगर इसके बाद भी आपको लगता है कि आपकी सेक्सुअल लाईफ ठीक नहीं है तो किसी सेक्स थेरेपिस्ट से सम्पर्क करें ा

उम्र के अंतर का संबंधों पर प्रभाव

उम्र के अंतर का संबंधों पर प्रभाव

आमतौर पर किसी भी रिलेशन में खासतौर पर दांपत्य जीवन में पुरूष महिला से उम्र में बढ़ा होता है और शादी के लिए आदर्श जोड़े में भी पुरूष महिलाओं से आमतौर पर एकाध साल बड़ी उम्र के ही होते हैं। लेकिन आज के दौर में छोटी उम्र का पुरूष और बड़ी उम्र की महिला के बीच भी आसानी से संबंध बन जाते हैं। पति-पत्नी की उम्र के अंतर का संबंधों पर प्रभाव निश्चय ही पड़ता है। दरअसल, अकसर यह कहा जाता है कि महिला अपनी उम्र से पहले ही मैच्योर हो जाती है जबकि पुरूष अपनी उम्र के बाद ही मैच्योर होता है। आइए जानें उम्र के अंतर का संबंधों पर प्रभाव।

  आमतौर पर यदि बड़ी उम्र की महिला और छोटी उम्र के पुरूष की उम्र में सिर्फ कुछ सालों का अंतर है तो बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन जब यही फर्क 10-12 साल तक का हो जाता है तो काफी फर्क पड़ता है।

  • हालांकि यह सर्वमान्य है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती,न ही कोई बंधन। अगर दो लोग आपस में समझदारी से एक-दूसरे के साथ जीवन-निर्वाह करने को तैयार है तो किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए लेकिन दोनों लोगों का खुश होना भी जरूरी है।
  • बड़ी उम्र की महिला और छोटी उम्र के पुरूष या फिर बड़ी उम्र का पुरूष और छोटी उम्र की महिला फिर चाहे उम्र कोई भी हो लेकिन दोनों को मैच्योरिटी लेवल मिलना चाहिए जिससे दोनों आपस में सामंजस्य स्थापित कर पाएं।
  • दरअसल,पति-पत्नी की उम्र के अंतर का संबंधो पर प्रभाव पड़ना लाजमी है। यदि बड़ी उम्र की महिला है तो निश्चित रूप से वह छोटी उम्र के पुरूष से अधिक अनुभवी होगी जिससे अधिक उम्र की महिला में सेक्‍स समस्‍याएं हो सकती हैं या फिर अधिक उम्र की महिलाओं की चाहत, सोच-विचार और इच्छाएं आपस में मिलने में मुश्किल हो सकते हैं।
  • लड़कियां सामान्यतः लड़कों से जल्दी् परिपक्व हो जाती हैं, ऐसे में कोई भी निर्णय लेने में महिलाएं पुरूषों से अधिक सशक्त होती हैं। इतना ही नहीं महिलाओं में सेक्‍स समस्‍याएं भी पुरूषों के मुकाबले जल्‍दी उम्र में पनपनी लगती है, ऐसे में उम्र का रिश्‍तों पर प्रभाव पड़ना लाजमी है।
  • दरअसल रिश्तों में बेस्ट हाफ, उम्र इत्यादि महत्वपूर्ण नहीं है। न ही महिलाओं और पुरूषों में सेक्‍स समस्‍याओं का ज्यादा महत्व है, महत्‍व तो इस बात का है कि वे एक दूसरे को कितनी अच्छी तरह से समझते हैं फिर चाहें उम्र कुछ भी हो।
  • वैसे भी वर्तमान में इस बात का महत्व कम हो गया है कि पति पत्नी में किसकी उम्र ज्यादा है। लेकिन मेडिकल साइंस ने ये माना है कि यदि पत्नी की उम्र पति से कम है तो वे कई तरह की परेशानियों से बच सकते हैं। 
  •  
आमतौर पर पत्नी या पति में कोई भी बड़ी उम्र का हो लेकिन दोनों की शारीरिक जरूरतें उम्र के हिसाब से अलग-अलग होती हैं, इसीलिए दोनों की उम्र के बीच बहुत ज्यादा अंतराल होना सही नहीं है।

Tuesday 23 October 2012

एक जैसा फन देते हैं, सेक्स और फुटबॉल

एक जैसा फन देते हैं, सेक्स और फुटबॉल
ये दुनिया में सबसे ज़्यादा देखे और पसंद किए जाने वाले खेल फुटबॉल के दीवानों को और दीवाना बना देने वाली ख़बर है। कहते हैं कि औरतों को जलन होती है कि कई पुरुष सेक्स की बजाय सॉकर को पसंद करते हैं। एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक किसी भी सॉकर फैन के लिए अपनी घरेलू टीम को फुटबॉल मैच में गोल करते देखना बिल्कुल सेक्स जैसा एहसास जगाता है। 
 
  इस बेहद मजेदार नतीजे पर पहुंचने वाले रिसर्चर बताते हैं कि जब कोई फुटबॉल फैन अपनी होम टीम को गोल करते हुए देखता है , तो दिमाग के अगले हिस्से यानी सिंगुलेट कॉर्टेक्स में जोरदार हलचल होती है। विज्ञानी बताते हैं कि आनंद के चरम या सेक्स के दौरान भी दिमाग के इसी हिस्से में सबसे ज़्यादा हलचल होती है। ग्लास्गो के सदर्न जनरल हॉस्पिटल के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजिकल साइंस के प्रमुख रिसर्चर जॉन मैकलीन इस नतीजे से इत्तफाक रखते हैं। रिपोर्ट के नतीजे की तस्दीक करते हुए उन्होंने कहा कि रिसर्च के दौरान हमारा मुख्य मकसद इस बात का पता लगाना था कि क्या सेक्स के दौरान पैदा होने वाले एहसास क्या फुटबॉल जैसे बेहद रोमांचक खेल में अपनी टीम को गोल करते हुए देखने के एहसास के आस-पास ठहरता है या नहीं।

 मैकलीन कहते हैं कि रिसर्च के बाद हम कह सकते हैं कि दोनों क्रियाओं के समय इंसानी दिमाग में होने वाली हलचल तकरीबन एक जैसी है। यही वजह है कि हमारे एहसास भी कमोबेश एक-जैसे हैं।

Monday 22 October 2012

दुनिया के 10 सबसे अजीबोगरीब सेक्स वर्ल्ड रिकॉर्ड्स!

दुनिया के 10 सबसे अजीबोगरीब सेक्स वर्ल्ड रिकॉर्ड्स!

इस दुनिया में आपने लोगों को कई तरह के रिकॉर्ड बनाते देखें होंगे। इन रिकॉर्डों को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स या लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह भी मिल जाती है। लेकिन, हम आज आपको जिन रिकॉर्ड्स के बारे में बताने वाले हैं. वे थोड़े से अजीबोगरीब हैं। इनका ताल्लुक कहीं न कहीं सेक्स से भी है।

एक ही दिन में 919 पुरुषों के साथ सेक्स

अमेरिकन पोर्नोग्राफिक एक्ट्रेस लिजा स्पार्क्स ने एक ही दिन में 919 पुरुषों के साथ सेक्स कर एक अनोखा ही रिकॉर्ड कायम किया है।

 

82 साल की प्रोस्टीट्यूट
इस लिस्ट में जहां 82 साल की प्रोस्टीट्यूट को जगह मिली है, जिन्हें ताइपे पुलिस चियु या ग्रैंड मा के नाम से जानती है, वहीं एक दिन में 919 पुरुषों के साथ सेक्स करने वाली लिजा स्पार्क्स को भी लिस्ट में शामिल किया गया है।

दुनिया का सबसे बड़ा लिंग।
 ब्रूकलिन के जोनाह फाल्कन दुनिया के सबसे बड़े लिंग के मालिक हैं। उनके लिंग की लंबाई 13.5 इंच है, जिसे 1999 में एचबीओ के एक डॉक्यूमेंट्री के लिए नापा गया था।


दुनिया की सबसे बड़ी योनि की मालकिन।
 स्कॉटलैंड की अन्ना स्वान ने एक साथ कई रिकॉर्ड बनाए। उन्होंने 1880 के दशक में सबसे लंबे कद, सबसे बड़े कद के बच्चे को जन्म देने, सबसे लंबे पुरुष से शादी करने व सबसे बड़ी योनि का रिकॉर्ड कायम किया। उनकी योनि की लंबाई मापने पर पता चला कि यह 19 इंच की है।

सबसे ज्यादा बच्चों की मां।
रूस की वेलेंटाइना वास्सेलिवा को एक महिला द्वारा सबसे ज्यादा बच्चों को जन्म देने का खिताब मिला हुआ है। उन्होंने 69 बच्चों को जन्म देकर यह रिकॉर्ड बनाया था।

सबसे ज्यादा दूर तक फेंका अपना वीर्य़।

होर्स्ट स्कल्ट्ज के नाम अपने वीर्य को अंग से 18 फीट तक फेंकने का रिकॉर्ड है।

  दुनिया का सबसे बुजुर्ग पिता।

90 साल की उम्र में किसान नानू राम जोगी को 21वीं बार पिता बनने का सौभाग्य मिल चुका है। उनकी चौथी बीवी से उन्हें यह सौभाग्य मिला। नानू राम की इच्छा तो 100 साल की उम्र में भी पिता बनने की है। वे अब तक 21 बच्चों के पिता व 20 पोते-पोतियों के दादा बन चुके हैं।


दुनिया की सबसे ताकतवर योनि।

42 साल की तातियाता कोजेवनिकोवा को शक्तिशाली योनि वाली महिला के तौर पर जाना जाता है। वे अपने इस अंग से 14 किलोग्राम तक का भार उठा लेती हैं।


सबसे ज्यादा देर तक हस्तमैथुन।

मसानाबु सातो को सबसे ज्यादा देर तक हस्तमैथुन कर रिकॉर्ड कायम करने के लिए जाना जाता है। सातो ने 9 घंटे 58 मिनट तक लगातार हस्तमैथुन करने का विश्व कार्तिमान स्थापित किया।



दुनिया का सबसे बड़ी संख्या में संभोग।
जापान में एक अलग तरह का ही रिकॉर्ड सामने आया। इस रिकॉर्ड के लिए 250 कपल ने एक साथ एक ही जगह पर एक ही समय में सेक्स किया।