Tuesday 27 November 2012

औरों के मुकाबले स्ट्रॉन्ग होती हैं पॉर्न स्टार्स


औरों के मुकाबले स्ट्रॉन्ग होती हैं पॉर्न स्टार्स

सेक्स को भले ही कैसी भी नज़रों से देखा जाता हो, लेकिन शरीर को स्वस्थ रखने में इसका काफी बड़ा हाथ होता है। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक शायद इसीलिए पॉर्न स्टार्स अन्य महिलाओं के बजाय ज़्यादा स्वस्थ रहती हैं और मानसिक तौर पर भी मज़बूत होती हैं।
शिपन्सबर्ग यूनिवर्सिटी, टैक्सस वुमन्स यूनिवर्सिटी और एडल्ट इंडस्ट्री मेडिकल हेल्थकेयर फाउंडेशन द्वारा किए गए इस शोध में पता चला है कि महिला पॉर्न स्टार्स एक क्वॉलिटी लाइफ जीती हैं। उनका आध्यात्मिक स्तर भी काफी ऊंचा होता है और वो ज़िन्दगी के प्रति पॉज़िटिव अप्रोच रखती हैं।

आम महिलाओं के मुकाबले उनके कई सेक्शुअल पार्टनर होते हैं और वो सेक्शुअली काफी सैटिस्फाइड रहती हैं। हालांकि इस बात में पॉर्न इंडस्ट्री का कितना योगदान है उसपर संदेह की स्थिति है। पॉर्न स्टार्स की खराब मानसिक स्थिति के किस्से भी आए दिन सुनने को मिलते रहते हैं।


इस स्टडी में यह भी बताया गया है कि पॉर्न स्टार अन्य स्त्रियों के मुकाबले ज़्यादा स्वस्थ भी होती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उनमें ज़्यादा ताकत होती है और वो एक बेहतर नींद ले पाती हैं। द इंडिपेंडेंट में छपी इस खबर के मुताबिक पॉर्न स्टार्स में जहां 70% महिलाएं सेक्शुअली सैटिस्फाइड होती हैं, वहीं आम महिलाओं में यह आंकड़ा सिर्फ 33% ही है।



हालांकि, पॉर्न इंडस्ट्री का शराब, ड्रग्स और क्राइम से भी गहरा रिश्ता है। यहां पर ज़्यादातर लोग ऐसे मिलते हैं जो अपने आप से भाग रहे होते हैं।

द इंडिपेंडेंट की इस रिपोर्ट में लिखा गया है कि एक पॉर्न ऐक्ट्रेस के बारे में जब बात की जाती है, तो उसके इस दुनिया में कदम रखने के मुख्यतः यही कारण बताए जाते हैं: ड्रग अडिक्शन, घर का न होना या गरीबी, डेस्परेशन या यौन शोषण का शिकार होना। कहीं-कहीं तो यह मान्यता ही बन गई है कि पॉर्न इंडस्ट्री की सभी ऐक्ट्रेस बचपन में यौन शोषण का शिकार रही होती हैं। 

एडल्ट फिल्मों या सीरियलों से जुड़े लोगों के माध्यम से अक्सर इस इंडस्ट्री की बढ़ाई और बुराई की जाती है ताकि पॉरनॉग्रफी पर बने राजनीतिक नज़रिए को पोषित किया जा सके। आज तक इन अभिनेत्रियों के असली चरित्र पर कभी कोई ठोस राय कायम नहीं हो सकी क्योंकि इन महिलाओं पर कभी कोई स्टडी हुई ही नहीं।
यह स्टडी उन पुरानी सभी प्रचलित मान्यताओं को खारिज करती है जिनमें पैसों के लिए जिस्म का सौदा करने वाली महिलाओं के बारे में उल्टी सीधी बातें कही गई हैं। साउथम्पटन यूनिवर्सिटी में सीनियर लेक्चरर (हेल्थ साइकॉलजी) सिन्थिया ग्राहम के मुताबिक, इस स्टडी की कुछ सीमाएं ज़रूर हैं। लेकिन इससे महिला पॉर्न स्टार्स की मानसिक स्थिति को समझने में मदद मिलती है।

No comments:

Post a Comment