Sunday 7 October 2012

शादी का '8वां वचन'!


शादी का '8वां वचन'

मेलबर्न।। आज के जमाने के कपल्स का मानना है कि ऑनलाइन फ्लर्टिंग न करने की शपथ को शादी की कसमों में जगह दी जाए। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में हुए एक सर्वे में यह बात सामने आई। हालांकि 34% लोग ऐसा मानने से इनकार करते हैं कि मरते दम तक साथ निभाने की इस परंपरा को स्वीकार करना चाहिए।
सर्वे के मुताबिक, 1,200 ऑस्ट्रेलियाई (पुरुष और महिला दोनों) के बीच कराए गए इस सर्वे में लोगों ने ईमानदारी से साथ निभाने और ऑनलाइन फ्लर्ट न करने को सपोर्ट किया, जिसमें 72% महिलाएं और 62% पुरुष इस फैसले को शादी की शपथ में शामिल करने के पक्ष में थे। पुरुषों के लिए अपने पार्टनर को खुशी से स्वीकारना सबसे खास शपथ थी, तो महिलाओं के लिए अपने पार्टनर का हर हालात में, खासकर बीमारी में साथ देना सबसे खास था।

इंश्योरेंसलाइन के प्रवक्ता जॉन हॉयले ने बताया कि केवल 18% महिलाओं ने कहा कि वे अपने पार्टनर का साथ निभाने की कसम खाने को तैयार हैं, जबकि पुरुषों में यह आंकड़ा 27% रहा। इस पूरे सर्वे में जो बात सामने आई वह यह थी कि हम आज भी एक-दूसरे को प्यार करने में, एक-दूसरे का साथ निभाने में और एक-दूसरे का ख्याल रखने में विश्वास करते हैं। लेकिन इस पूरे मामले में ज्यादा जोर बराबरी और एक-दूसरे को सपोर्ट करने पर दिया गया।

इंश्योरेंस लाइन द्वारा किए गए इस सर्वे में एक और पहलू को शपथ में जोड़ने पर अहमियत दी गई। वह है- बच्चे की साथ मिलकर परवरिश करना।

पुरुषों को भी पसंद है अच्छा दिखना
यूके में हुई एक स्टडी में पाया गया कि शादी के मौके पर सिर्फ दुल्हन ही सुंदर दिखने के दबाव में नहीं होती, बल्कि पुरुष भी हेयरकट, वैक्सिंग और आइब्रो बनवाकर हैंडसम दिखने के लिए पैसे लुटा रहे होते हैं।

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