Wednesday 10 October 2012

बैठकर संभोग करने में अलग अनुभव

बैठकर संभोग करने में अलग अनुभव

हर व्‍यक्ति चाहता है कि वो सेक्‍स के दौरान अपने पार्टनर को पूरी तरह संतुष्‍ट करे। यही नहीं खुद भी सेक्‍स की असीम अनुभूति में खो जाए। आप भी सोचते होंगे, रात को यादगार कैसे बनाया जाए। हो सकता है एक ही पोजीशन में सेक्‍स करते-करते भी आप ऊब गए हों। 

आइये हम आपको बताते हैं कि आप अपने साथी के साथ गुजारी गई रात को कैसे बेहतरीन बना सकते हैं। यहां हम आपको कुछ टिप्‍स बताएंगे, जो वात्‍सयायन के कामसूत्र में दी गई हैं। इसके लिए पोजीशन बदलने की जरूरत है। एक बार लेटकर नहीं बल्कि बैठकर सेक्‍स करके देखिए। आपको और आपके पार्टनर को बेहतरीन अनुभूति का अहसास होगा। बैठकर संभोग करने की कुछ क्रियाएं इस प्रकार हैं-

बंधा (बांधने की पोजीशन)

इस स्‍थति में पुरुष और स्‍त्री एक दूसरे की ओर मुख कर बैठ जाएं। पुरुष अपने हाथ स्‍त्री की कोमल गर्दन पर रखे। स्‍त्री अपनी हथेलियां पुरुष के सीने पर रख दे। दोनों एक दूसरे को चुंबन लेने के लिए होठों को संपर्क में लाएं। अब दोनों एक दूसरे की जांघों को आपस में जकड़ दें और संभोग करें। यह पोजीशन आपको यौन आनंद के नए स्‍तर पर ले जाती है। असल में इस पोजीशन में दोनों शरीर एक दूसरे में बंध से जाते हैं।
पद्मासन (लोटस पोजीशन)

जो लोग नियमित रूप से योग करते होंगे, वो इस पोजीशन को भलीभांति जानते होंगे। इसके लिए पुरुष को पद्मासन बनाकर बैठना होता है। यदि पैर मोड़ने में दिक्‍कत हो तो पैर सीधे भी रख सकते हैं। अब स्‍त्री अपने बाएं पैर का पंजा पुरुष की दायीं जांघ पर रखती है और दाया पंजा बायीं जांघ पर। स्‍त्री पार्टनर पुरुष को अपनी बाहों में भर ले। कमल की इस स्थिति में संभोग कर आप सेक्‍स की असीम अनुभूति प्राप्‍त कर सकते हैं।

कमल की स्थिति में संभोग को और ज्‍यादा रोमांटिक बनाया जा सकता है। उसके लिए पुरुष को अपने हाथों से अपने पैरों को पकड़ लेना होता है। स्‍त्री उसे अपने नरम पैर जब पुरुष की जांघों के संपर्क में आते हैं, तो उत्‍तेजना बढ़ जाती है। स्‍त्री यदि अपने पैर पुरुष के पीछे ले जाकर उसे जकड़ ले तो और अनुभूति दोगुनी हो जाती है।
परावृत्तिका (बदलाव स्थिति)
संभोग करते वक्‍त पोजीशन बदलने की य स्थिति प्रेमियों को रोमांचक अनुभव प्रदान करती है। स्‍त्री-पुरुष अपने होठ एक दूसरे में सी दें। दोनों एक दूसरे को बाहों में जकड़ लें। स्‍त्री पुरुष की जांघों पर बैठ जाए। दोनों प्रेमी अपने पैर खोल दें। अब स्‍त्री अपना एक पैर पुरुष की गर्दन पर रख दे और पुरुष संभोग की क्रिया बना ले। 

संभोग करते वक्‍त स्‍त्री धीरे-धीरे अपना पैर नीचे की ओर लाए। इस दौरान स्‍त्री अगर अपनी कोमल हाथों से स्‍पर्श करे और पुरुष उसके वक्ष पर मसाज करे तो मजा बढ़ जाता है।
इन तीनों क्रियाओं में एक बात ध्‍यान रहे कि जबतक संभोग के दौरान पुरुष और सत्री मानसिक रूप से एक दूसरे में खो जाने के प्रयास नहीं करते तबतक स्‍स्‍वस्‍थ्‍य संभेाग नहीं कर सकते। और न ही बेहतरीन यौन सुख प्राप्‍त कर सकते हैं।

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