Tuesday 28 August 2012

बेस्ट बनेंगे ब्रेस्ट


बेस्ट बनेंगे ब्रेस्ट 

 

सही फिगर पाने में अगर ब्रेस्ट के लुक्स अच्छे न होने की दिक्कत आ रही है, तो सैगिंग दूर करने के लिए कई ऑप्शंस मौजूद हैं। आपको क्या सूट करेगा, यह एक्सपर्ट चेकअप के बाद ही बता पाएंगे। लेकिन तब तक आप तमाम ट्रीटमेंट्स के बारे में जान लें :

  सही फिगर पाने में अगर ब्रेस्ट के लुक्स अच्छे न होने की दिक्कत आ रही है, तो सैगिंग दूर करने के लिए कई ऑप्शंस मौजूद हैं। आपको क्या सूट करेगा, यह एक्सपर्ट चेकअप के बाद ही बता पाएंगे। लेकिन तब तक आप तमाम ट्रीटमेंट्स के बारे में जान लें : 

 आपका फिगर तभी पूरी अच्छा होगा, जब आप ब्रेस्ट की शेप अच्छी होगी। ऐसे में ब्रेस्ट सैगिंग आपके लिए एक बड़ी समस्या बन सकती है। सैगिंग कई वजहों से हो सकती है, लेकिन अच्छी बात यह है कि इसे दूर करने के लिए सर्जिकल और नॉन-सर्जिकल ट्रीटमेंट्स मौजूद हैं। प्लास्टिक एंड कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. आशुतोष मिश्रा कहते हैं, 'बस्ट लिफ्टिंग के लिए कौन सा सर्जिकल ट्रीटमेंट यूज किया जाना है, यह 'टॉसिस' पर डिपेंड करता है। अगर टॉसिस ज्यादा है, तो उसका सर्जिकल ट्रीटमेंट अलग है।'


बता दें कि ब्रेस्ट में सैगिंग या रिंकल्स के मेजरमेंट को टॉसिस कहा जाता है। इसके लिए फिलहाल तीन सर्जिकल ट्रीटमेंट्स यूज हो रहे हैं। ये हैं मॉस्टोपेक्सी, ऑगमेंटेशन और फैट ग्राफ्टिंग। 
सर्जिकल ट्रीटमेंट्स
मॉस्टोपेक्सी- महिलाएं, जिनके ब्रेस्ट में सैगिंग होती है, लेकिन साइज छोटा नहीं होता, यह ट्रीटमेंट उनके लिए सही रहता है। इस प्रोसेस में टिशूज के इंटरनल अरेंजमेंट से ब्रेस्ट लिफ्टिंग की जाती है। इसमें एक्सेस स्किन को रिमूव करने के साथ टिशूज को टाइट कर दोबारा शेप दी जाती है। यह एक डे केयर प्रॉसिजर है, जिसमें करीब 50,000 से लेकर 90,000 रुपये तक खर्च आ सकता है। हालांकि आप कहां ट्रीटमेंट करवा रही हैं, हॉस्पिटल कितना लग्जरी है, खर्च इन बातों पर भी डिपेंड करता है। 



ऑगमेंटेशन- कई लेडीज को ब्रेस्ट लटकने के साथ ही साइज छोटा होने की प्रॉब्लम भी होती है। ऐसे में उनको लिफ्टिंग के साथ साइज भी बढ़वाना होता है। यही वजह है कि ऑगमेंटेशन के प्रोसेस में मॉस्टोपेक्सी के साथ ही इंप्लांटेशन भी किया जाता है। इसमें सिलिकॉन जेल बेस्ड इंप्लांट्स सर्जरी के जरिए ब्रेस्ट में डाले जाते हैं। ये ट्रीटमेंट थोड़ा महंगा रहता है , क्योंकि इसमें सिलिकॉन जेल बेस्ड इंप्लांट्स को खरीदना पड़ता है। इनकी कीमत 25,000 से लेकर 40,000 के बीच रहती है। 



मैक्सिलोफेशियल , कॉस्मेटिक एंड प्लास्टिक सर्जन डॉ . सचिन सचदेव का कहना है कि इस सर्जरी में 75,000 से लेकर 1,25,000 तक खर्चा आ सकता है। 

फैट ग्राफ्टिंग- इसमें टमी , थाई या बॉडी के दूसरे हिस्सों से फैट निकालकर ब्रेस्ट में लगाया जाता है और इससे बस्ट के एन्हैंसमेंट के साथ ही लिफ्टिंग भी होती है। इसकी जरूरत बहुत पतली लड़कियों को पड़ती है , जिनकी बस्ट को बल्क फैट की जरूरत हो। इसके लिए मल्टीपल सेशंस से भी गुजरना पड़ सकता है। इसके 1 सेशन में करीब 50,000 तक का खर्चा आ सकता है। इसमें 3 से 4 महीने बाद दोबारा ग्राफिटंग की जरूरत भी पड़ सकती है। 

नॉन - सर्जिकल ट्रीटमेंट
नॉन सर्जिकल मेथड बस्ट लिफ्टिंग में तभी कारगर सिद्ध हो सकते हैं अगर टॉसिस माइल्ड हो। तभी इनका असर भी ज्यादा दिनों तक बना रहेगा। वैसे , आजकल एक्सर्साइज के अलावा क्रीम्स , लेजर और थ्रेड से भी नॉन सर्जिकल लिफ्टिंग की जा रही है। वैसे , इस तरह के नॉन सर्जिकल मेथड प्रैक्टिकल तौर पर रिस्क फ्री माने जाते हैं। डाइटीशियन डॉ . सिमरन सैनी का कहना है कि बस्ट में सेगिंग को कम करने के लिए हाई फ्रूट्स डाइट लें। इसके अलावा साबूदाने की खीर फायदा पहुंचाएगी। पानी भरपूर मात्रा में पिएं। 



एक्सरसाइज
इसे बस्ट लिफ्टिंग का एक बढ़िया नॉन सर्जिकल मेथड माना जाता है। इसमें पेक्टोरल मसल्स को मजबूत बनाया जाता है , जिससे एक फर्म बस्ट मिलती है। पुश अप्स से आप न सिर्फ पेक्टोरल को अच्छी तरह डिवेलप कर सकते हैं , बल्कि इससे आर्म की मसल्स भी स्ट्रॉन्ग बनती है। 

 पुश अप्स के अलावा आप एक दूसरी एक्सर्साइज भी कर सकते हैं , जिसमें फ्लोर पर लेटकर डंब्लल्स उठाने होंगे। इसी तरह की दूसरी एक्सर्साइज भी आप कर सकती हैं। इनका सबसे बड़ा फायदा यही है कि बस्ट को टोन अप होने में काफी मदद मिलेगी।

क्रीम 

बस्ट को लिफ्ट करने का ये एक नया मेथड है। कई सारी ऐसी बस्ट लिफ्ट क्रीम्स मार्केट में आ गई हैं , जिनसे ब्रेस्ट टिशूज की सेगिंग कम की जा सकती है। ये क्रीम्स फेशियल स्किन लिफ्टिंग क्रीम्स की तरह ही होती हैं। ये स्किन की लेयर्स के बीच कनेक्शंस को टाइट करती हैं और टॉप लेयर को लिफ्ट करती हैं। इसे लेने से पहले आपको थोड़ी रिसर्च करनी जरूरी होगी क्योंकि हर में इंग्रेडाइंट अगल होते हैं। 

 

डॉ . मिश्रा का कहना है कि अब तमाम कॉस्मेटिक कंपनियां इस तरह की क्रीम्स मार्केट में ला रही हैं पर कौन सी बेस्ट है , ये कहना मुश्किल है। हालांकि , क्रीम कोई भी इससे मसाज करना बेहतर साबित होता है। ये क्रीम्स 200 रुपये से लेकर 1,000 रुपये और इससे ज्यादा में भी मिल सकता हैं।

लेजर 

लेजर का इस्तेमाल भी अब बस्ट को लिफ्ट करने के लिए किया जा रहा है। टॉसिस माइल्ड होने पर ही यह अच्छे रिजल्ट देता है। लेजर से स्किन को स्टिम्युलेट किया जाता है। इससे रिंकल्स खत्म होते हैं। आप ब्रेस्ट पंप्स से भी ब्रेस्ट पर प्रेशर डालकर ग्रोथ स्टिम्युलेट की जाती है। ये बेस्ट पंप्स इलैक्ट्रिक और मैन्युअल दोनों तरह के होते हैं।


थ्रेड लिफ्ट
इन सारे मेथड्स के अलावा आजकल थ्रेड लिफ्टिंग भी की जाती है। इसमें बॉयोकॉम्पेटिबल बार्बर्ड ( कांटेदार ) धागों का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें स्किन पर स्कार भी नहीं पड़ते। इन धागों को हाइपोडर्मिक निडल से अंदर डालकर एक्टिवेट किया जाता है , जिससे एक्सेस स्किन लिफ्ट होती है। 



नैचरल एन्हैंसमेंट
नैचरल तौर पर भी बस्ट एन्हैंसमेंट पॉसिबल है। कई तरह की ऐसी हर्बल रेमीडिज होती हैं जिनसे नई टिशूज की ग्रोथ को बढ़ाया जा सकता है। वैसे हाल ही में आई एक स्टडी भी यही कहती है कि अगर एस्ट्रोजन की मात्रा बॉडी में बढ़े , तो नए सेल्स की ग्रोथ होती है। इसमें ब्रेस्ट टिशूज की सेल्स ग्रोथ बढ़ती है। 



क्यों पड़ती है जरूरत
वैसे आमतौर पर इसकी जरूरत उन लेडीज को पड़ता है जिनके डिलिवरी के बाद बस्ट में सैगिंग आ जाती है। ब्रेस्ट फीडिंग लेडीज को भी यह दिक्कत आ सकती है। इसके अलावा गर्ल्स में इसकी डिमांड तब बढ़ता है , जब वेट फ्लक्चुएशंस होती है। वेट लॉस से बस्ट में रिंकल्स पड़ सकते हैं। सैगिंग बस्ट का कारण हरेडिटी भी हो सकता है। इसके अलावा ऐजिंग भी ऐसी वजह है। तो , जो महिलाएं इन पड़ावों से गुजर रही होती हैं , उन्हें ही बस्ट लिफ्टिंग की जरूरत पड़ती है। 

 सर्जरी से पहले
- अगर आप यह सर्जरी करवाने जा रही हैं , तो अडवांस में ही स्मोकिंग रोक दें। 

 



- एस्प्रिन , एंटी - इनफ्लेमेट्री ड्रग्स के अलावा हर्बल सप्लिमेंट्स का इस्तेमाल रोक दें , इनसे ब्लीडिंग बढ़ सकती है।

- अपनी करंट दवाइयों के बारे में डॉक्टर से डिस्कस कर लें। 



सर्जरी के बाद
- सर्जरी के बाद एक बेसलाइन मेमोग्राम जरूर लें , जिससे सर्जरी के बाद के साइज के बारे में आपको पता चल सके। 



- बस्ट में कोई भी परेशानी या अचानक बदलावों पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

- स्टेबल वेट बनाएं रखने की कोशिश करें और बस्ट को टोन अप रखें। 

 

No comments:

Post a Comment