Wednesday 22 August 2012

सेक्‍स से संबंधी भ्रम और तथ्‍य

सेक्‍स से संबंधी भ्रम और तथ्‍य 

हकीकत में कोई व्यक्ति सेक्स के बारे में एक अवधि के दौरान सीखता है यानि कि योनी में लिंग का प्रवेश करवाकर वीर्य गिराना हीं सेक्स नहीं है बल्कि सेक्स इससे कहीं ज्यादा है जिसे आदमी वक़्त के साथ सीखता जाता है। सेक्स के बारे में ऐसी कई बातें हो सकती हैं जो एक दो बच्चे को जन्म दे चुके माता पिता को भी मालूम नहीं होगा। इसलिए सिर्फ सम्भोग करना और बच्चे पैदा करना हीं सेक्स नहीं है। सेक्स के बारे में बहुत सी भ्रांतियां हैं जिसके लिए उचित शिक्षा की जरूरत है।  ऐसे कई विषय हैं जिनके बारे में कई लोग अलग अलग धारणा रखते हैं जैसे की लिंग का सामान्य आकर क्या होना चाहिए? सम्भोग कितनी देर तक चलना चाहिए? क्या पुरुष एक से अधिक बार चरमोत्कर्ष तक पहुँच सकते हैं? जी स्पोट जैसी कोई चीज भी होती है क्या? वगैरह -वगैरह? इनकी तरह और भी कई सवाल हैं जिनके बारे में अलग अलग लोगों की अलग राय  हो सकती है। लेकिन हकीकत कुछ और होती है।



लिंग का आकार: उस पर तथ्य
विशेषज्ञों के अनुसार अधिकांश पुरुष और महिलाएं लिंग के आकर को देखकर यह फैसला करते हैं कि उस आदमी में कितना पुरुषत्व होगा। जबकि हकीकत यह है कि पुरुष की मर्दानगी और उसके लिंग के आकार में कोई सम्बन्ध नहीं है। यह सोचना बिलकुल गलत है कि जिस व्यक्ति का लिंग बड़ा होगा उसमें उतनी हीं ज्यादा मर्दानगी होगी। अध्ययन में पाया गया है कि अधिकांश महिलाओं को अपने साथी के लिंग के आकार से कोई लेना  देना नहीं होता। वे अपने साथी के (लिंग का जो भी आकार होता है) उसी में खुश रहती हैं लेकिन विज्ञापनों में लिंग को बढ़ाने  की जिस तरह की बातें लिखी जाती हैं उसे पढकर महिलाओं में जहाँ उत्सुकता जागती है वहीँ पुरुषों में अपने लिंग के आकार को लेकर कुंठा एवं हीं भावना ग्रसित होती है जिसकी वजह से वे अपने लिंग का आकार बढवाने के लिए ड़ोक्टोर्स के पास पहुँच जाते हैं।

तो फिर लिंग कितना बड़ा होना चाहिए? पुरुष के लिंग का सामान्य आकार क्या होता है?
  • औसतन जब पुरुष का लिंग तना हुआ रहता है यानि कि  पूर्ण उत्तेजना पाने के बाद सम्भोग के लिए (खड़ा) तैयार रहता है उस वक़्त में पाँच या छह इंच लम्बा होता है। 
  • जब पुरुष का लिंग सिकुड़ा हुआ रहता है तब तीन इंच के आस-पास होता है।
एक लड़की/महिला जिसने कभी किसी बच्चे को जन्म नहीं दिया है उसकी योनी की लम्बाई (गहराई), जब वह उत्तेजित नहीं रहती, तब तकरीबन ३ इंच होती है और जब वह उत्तेजित अवस्था में होती है तब ४ इंच होती है। इसका मतलब है कि  यदि आपके लिंग की लम्बाई ६ या ५ इंच न होकर सिर्फ ४ इंच भी हो तो भी आप अपने साथी को पूर्ण रूप से यौन संतुष्टि  दे सकते हैं। शायद इसीलिए कोई भी महिला अपने साथी के लिंग के आकर को लेकर चिंतित नहीं रहती। लेकिन फिर भी अगर आप अपने साथी को पूर्ण रूप से सेक्सुअल संतुष्टि नहीं दे पा रहे है तो इसके पीछे कुछ और कारण हो सकता है।

 लिंग के आकर से उसका कोई लेना देना नहीं होना चाहिए।  अब आप सोच रहे होंगे कि  यदि उत्तेजित अवस्था में स्त्री की योनी सिर्फ ४ इंच होती है तो जिन पुरुषों का लिंग ६ इंच या उससे बड़ा होता होगा उनका लिंग महिलाओं की योनी में कैसे समाता होगा! तो आपको यह जानकर हैरानी होगी की कुदरत ने स्त्री की योनी को इस प्रकार बनाया है कि  महिलाएं अपनी योनी में बड़े से बड़े लिंग को भी समा सकती हैं क्योंकि उनकी योनी की बनावट ऐसी होती है की ज्यों ज्यों लिंग भीतर समाता जाता है त्यों त्यों उनकी  योनी लम्बी होती चली  जाती  है। इसलिए आपका लिंग चाहे कितना भी बड़ा हो, चिंता मत कीजिए कि  वह आपके साथी की योनी में कैसे फिट होगा ! हाँ! अगर आपके लिंग की लम्बाई ५ इंच से ज्यादा हो तो झटके से लिंग को योनी में न घुसेड़े! यह राक्छ्सी यौन क्रिया कहलाएगी। एकाएक लिंग को योनी में घुसेड़ने से आपके साथी की योनी उसे समाने के लिए तैयार नहीं हो पाती जिसकी वजह से दर्द इत्यादि हो सकता है। आपको चाहिए कि  आप आराम से अपने लिंग को उसकी योनी में समायें। इस तरह आप दोनों को आनंद आएगा।



वैसे भी यौन संतुष्टि के लिए हर बार सम्भोग करना हीं जरूरी नहीं है। अध्ययन से पता चलता है कि  अधिकांश पुरुष एवं महिलाओं को मौखिक सेक्स में भी सेक्स का भरपूर आनंद आता है इसलिए सिर्फ सम्भोग नहीं बल्कि मौखिक सेक्स भी किया करें।हालांकि सेक्स विशेषज्ञ अपना विचार प्रकट कर चुके हैं कि यौन संतुष्टि के लिए लिंग का आकार महत्वपूर्ण नहीं है फिर भी अधिकांश पुरुष अपने लिंग के आकार को लेकर हमेशा चिंता में पड़े रहते हैं!

 

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