Sunday 23 September 2012

मन नहीं भरता, इसलिए कईयों के साथ करते हैं सेक्स

मन नहीं भरता, इसलिए कईयों के साथ करते हैं सेक्स

 एक अध्ययन में सामने आया है कि पुरुषों में अपने साथी से प्यार के बावजूद हमेशा उसे धोखा देने की प्रवृत्ति होती है। वे अपने साथी को छोड़ना नहीं चाहते हैं और उनका कहना होता है कि समाज खुले सेक्स संबंधों को अपनाता है।

समाज विज्ञानी एरिक एंडरसन ने बताया कि पुरुषों की धोखा देने की प्रवृत्ति से उन्हें दोनों ही दुनियाओं में सर्वश्रेष्ठ मिलता है। ज्यादातर पुरुष अपने साथी के साथ रहना चाहते हैं और वे अधिक से अधिक यौन संबंध बनाना चाहते हैं।



ब्रिटेन के विनचेस्टर विश्वविद्यालय के अमेरिकी समाज विज्ञानी एंडरसन का कहना है कि शारीरिक संबंधों के मामले में पुरुषों के एकनिष्ठ रहने से वे बहुत से ऐसे काम नहीं कर पाते हैं, जो कि वे करना चाहते हैं।

एंडरसन ने अपनी किताब 'द मोनोगेमी गैपः मैन, लव एंड द रिएलिटी ऑफ चीटिंग' में लिखा है कि धोखा देना एक अपवाद नहीं आदर्श है। इस समय लोगों ने तेजी से खुले शारीरिक संबंधों को अपनाना शुरू कर दिया है। वह कहते हैं कि जो लोग ऐसा नहीं करते वे सामाजिक मजबूरी के चलते यौन कैद में रहते हैं।

अध्ययन के लिए एंडरसन ने 120 समलैंगिक व अन्य पुरुषों पर सर्वेक्षण किया। उन्होंने पाया कि इनमें से 78 प्रतिशत ने अपने साथी के साथ धोखाधड़ी की। वैसे इन लोगों का कहना था कि वे अपने साथी से प्यार करते हैं और उसके साथ रहना चाहते हैं।

 

एंडरसन का कहना था कि पुरुष भावनात्मक रूप से एक ही महिला से जुड़ना चाहते हैं लेकिन शारीरिक संबंध कई महिलाओं से बनाना चाहते हैं।

 

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