Saturday 22 September 2012

वह एक दिन में 100 बार ऑर्गेज्म का अनुभव करती है

 

सेक्स का मजा' बन गया है एक 'सजा'!

ऑर्गेज्म यानी सेक्स में चरम आनंद पाने को कुछ लोग झुठलाते हैं, जबकि कुछ लोग इसके लिए तरसते हैं। लेकिन, न्यू जर्सी की एक महिला के लिए ऑर्गेज्म एक बुरा अनुभव साबित हो रहा है। वह एक दिन में तकरीबन 100 बार ऑर्गेज्म का अनुभव करती है, लेकिन यह आनंद अब उसके जीवन में दुख का कारण बन गया है।
 डॉक्टरों ने 44 साल की किम रामसे को 'परसिस्टेंस जेनिटल एराउजल डिसऑर्डर' (PGAD) से पीड़ित बताया है। इस असामान्य मेडिकल कंडीशन से ग्रस्त इंसान को काफी आसानी से सेक्स चरमोत्कर्ष का अनुभव हो जाता है। सेक्स में चरम का अनुभव कई लोगों के लिए सपने की तरह होता है, लेकिन किम को दिन में एक बार नहीं, बल्कि कई बार चरमोत्कर्ष का अनुभव होता है।


उनकी हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें चरमोत्कर्ष का अनुभव रोजाना के काम करते हुए भी हो जाता है। बार-बार इस तरह से ऑर्गेज्म का अनुभव करने के कारण उन्हें काफी थकान हो जाती है और वह सामान्य सेक्स संबंध बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करतीं हैं।

हर्टफोर्डशायर के हिचिन में रहने वाली किम रामसे पेशे से एक नर्स हैं और वह 'परसिस्टेंस जेनिटल एराउसल डिसऑर्डर' से पीड़ित हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि यह असाध्य समस्या स्पाइनल सिस्ट के कारण होने वाले नर्व डैमेज की वजह से होती है और औरतों में ऑर्गेज्म को कंट्रोल करने वाले नर्व्स को प्रभावित करती है।

'द सन' को दिए इंटरव्यू में किम कहतीं हैं कि जहां एक ओर सभी महिलाएं सोचती हैं कि ऑर्गेज्म कैसे प्राप्त किया जाए, लेकिन वे सोचती हैं कि कैसे इससे छुटकारा पाया जाए। किम को इस समस्या का पता 2008 में तब चला जब उन्होंने अपने नए ब्वॉयफ्रेंड के साथ सेक्स किया। इसके चार दिनों बाद तक उन्हें लगातार ऑर्गेज्म का अनुभव होता रहा। इस बुरे अनुभव ने उन्हें पागल सा बना दिया था।


उन्होंने इससे छुटकारा पाने के लिए काफी कोशिशें कीं। वे अपने इस बीमारी पर लाख कोशिशों के बावजूद काबू नहीं पा सकीं हैं और ट्रेन से सफर करते समय भी इस परेशानी से दो-चार होती रहतीं हैं।  हर्टफोर्डशायर के हिचिन में रहने वाली किम रामसे पेशे से एक नर्स हैं और वह 'परसिस्टेंस जेनिटल एराउसल डिसऑर्डर' से पीड़ित हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि यह असाध्य समस्या स्पाइनल सिस्ट के कारण होने वाले नर्व डैमेज की वजह से होती है और औरतों में ऑर्गेज्म को कंट्रोल करने वाले नर्व्स को प्रभावित करती है। 

 

 

उनकी हालत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें चरमोत्कर्ष का अनुभव रोजाना के काम करते हुए भी हो जाता है। बार-बार इस तरह से ऑर्गेज्म का अनुभव करने के कारण उन्हें काफी थकान हो जाती है और वह सामान्य सेक्स संबंध बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करतीं हैं।

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